बिजावर / शमीम खान
बिजावर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली आंगनवाड़ी अधिकतर बंद पाई जाती है जिसका मुख्य कारण है अधिकारियों की उदासीनता , प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजावर के अंतर्गत आने वाली आंगनवाड़ी अधिकतर बंद देखी जाती है किंतु परियोजना अधिकारी के कानों पर जूं भी नही रेंगता है, सोचने बाली बात यह है कि जहां आम नागरिकों और मीडिया कर्मियो को ये अनियमितताएं दिख जाती हैं तो वहीं दूसरी ओर अधिकारियों को इसकी झनक तक नही लगती, ये कैसे संभव हो सकता है इसके पीछे का कारण कोई दूसरा ही माना जा रहा है।
अभी वर्तमान में दो आंगनवाड़ी बंद रहने की खबर भी प्रकाशित की गई थी किन्तु अधिकारी आज भी अपनी कुम्हकर्णी नींद में सोए हुए हैं और शासन द्वारा चलाई जा रही समस्त योजनाए केवल कागजों पर ही शाबासी लूट रहीं है लोगों के अनुसार कुछ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की दबंगई का ये आलम है कि उनके खिलाफ लोग मुँह तक नही खोल पाते हैं और यदि खोलते भी हैं तो उनको अधिकारियों का संरक्षण इस हद तक प्राप्त है कि उनका एक बाल भी बांका नही हो पाता है। इसका मतलब साफ है कि शासन प्रशासन जनहित में योजनाएं तो अच्छी अच्छी बनाता है लेकिन ज़मीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन सही तरीके से न होता है न ही अधिकारियों की शह पर होने दिया जाता है। जिसका खामियाजा मात्र आम जनता को उठाना पड़ता है।
1 comment