जबलपुर/संवाददाता
विगत दिवस गूंज अंतर्राष्ट्रीय कलामंच एवं शहीद स्मारक सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा संस्कृति संवाहक ठा. रणधीर सिंह की अध्यक्षता एवं मानसमणि पं. देवेन्द्र गोंटिया के मुख्य आतिथ्य में पं. रुद्रदत्त दुबे करुण द्वारा रचित करुण रामायण एवं कृष्ण कौमुदी काव्य कृतियों का विमोचन सम्पन्न हुआ। डॉ. स्मृति शुक्ला तथा डॉ. पूनम शर्मा ने काव्य कृतियों की समीक्षा की।
विशिष्ठ अतिथियों में संत पगलानंद, , डॉ. अभिजात कृष्ण त्रिपाठी, डॉ. आनंद तिवारी, बाबा मलखान पुरी, जादूगर एस. के. निगम ने विषयांतर्गत कृतियों की आध्यात्मिक एवं सांगीतिक पक्ष की विवेचना करते हुये उद्गार व्यक्त किये। रामकथा प्रवक्ता पवित्रा देवी शास्त्री ने स्वस्तिवाचन एवं. रुददत दुबे ने सामूहिक गान के रूप में मंगलाचरण प्रस्तुत किया। अतिथि उद्गारों की सूक्ष्म व्याख्या एवं प्रथम चरण का संचालन पूर्व आकाशवाणी अधिकारी डॉ. बैजनाथ गौतम ने किया वहीं सांगीतिक सत्र का काव्यमय संचालन गूँज संस्थापक माधुरी उमेश मिश्रा ने किया।
अंतिम चरण में आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के वरिष्ठ कलाकारों में सर्वश्री डॉ. बैजनाथ गौतम, डॉ. सियाशरण ज्योतिषी, डॉ. प्रकाश तिवारी, संजीव सिन्हा, अर्चना गोस्वामी, डॉ. पूनम शर्मा, सौम्या मिश्रा, संगीता उपाध्याय, वैशाली दीवान सहित पं. रुद्रदत्त दुबे आदि कलाकारों ने शास्त्रीय, उपशास्त्रीय तथा लोकधुनों पर आधारित कृतियों के गीतों की सुरमयी प्रस्तुतियों से अपार संख्या में उपस्थित संगीत श्रोताओं पर अमिट छाप छोड़ी।
वाद्य संगतकार के रूप में सर्वश्री रामनाथ सोनी, सुभाष दीक्षित, परशुराम पटेल, माधव सिंह, अंजु दुबे, प्रकाश उपाध्याय हेमराज चड़ार, देवी सिंह दाहिया, शीतल चड़ार, सचिन सेन, टीकाराम विश्वकर्मा ने विभिन्न वाधों पर अविस्मरणीय संगत की।
संस्कारधानी के सांस्कृतिक चितेरे राजेश पाठक, मीना हरिप्रसन्न त्रिपाठी, नीरज शुक्ला, सुरेश दर्पण ने प्रथम एवं द्वितीय सत्र के अतिथियों- संगीत श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।