बिजावर / संववाददाता
कलेक्टर छतरपुर शीलेन्द्र सिंह एवं उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला छतरपुर मनोज कश्यप के निर्देशों के पालन में आज विकास खण्ड बिजावर में डॉक्टर डी. पी. चौबे के निर्देशन में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम अनगौर, गुलगंज,मझगुवाँखुर्द,बसरोही,एरौरा, औंरिया,जसगुवाँखुर्द,महुआझाला के किसानों ने भाग लिया।संगोष्ठी में किसानों को बोई गई फसलों में नींदा नियंत्रण करने व कीट नियंत्रण करने के उपायों के बारे में बताया गया।किसानों को खेती में गोवंश के महत्व को भी बताया गया।गोवंश का महत्व दूध से ज्यादा गोमूत्र व गोबर के उपयोग करने के लिए बताया गया। एक गाय से चालीस एकड़ में सफलता पूर्वक जैबिक खेती की जा सकती है। जैबिक विधि से कीट नियंत्रण करने के लिए पाँच पत्ती काढ़ा बनाने के बारे में बताया गया। इसके लिए बड़े मटका में गोमूत्र भरकर उसमें नीम की पत्ती,करंज की पत्ती,सीताफल की पत्ती, धतूरा की पत्ती व वेशरम की पत्ती बराबर-बराबर मात्ता में डालकर सात दिन तक सड़ाने के बाद पत्ती को मसलकर छान लें। इस छने हुए पाँच पत्ती काढ़ा में 20 गुना पानी मिलाकर फसलों पर छिड़काव करने से कीट नियंत्रण होगा साथ ही फसल-पौधों को पोषक तत्वों की पूर्ति भी करेगा।इसका कोई भी रेसीडुअल इफेक्ट नहीं होगा।जबकि रासायनिक नियंत्रण का रेसीडुअल इफेक्ट होता है। इस अवसर पर क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एन डी अहिरवार व अन्य के साथ बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में एस ए डी ओ डॉक्टर डी पी चौबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।