जबलपुर / ब्यूरो
नगरीय निकाय चुनाव एक बार फिर टल गए हैं ये जबाब है चुनाव आयोग का, ज्ञात हो कि नगरीय निकाय चुनाव देरी के चलते एक संस्था ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका पेश की गई थी।
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मंगलवार को याचिका पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट में चुनाव आयोग की ओर से जवाब दिया गया. आयोग के वकील ने दलील दी कि 15 जुलाई को चुनाव आयोग की जो बैठक हुई है, वह सामान्य तैयारियों को लेकर थी, उसमें चुनाव की तारीख को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है, जब तक परिस्थितियां सामान्य नहीं हो जाती हैं, तब तक नगरीय निकाय चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच की ओर से जो याचिका लगाई गई है उसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर अगस्त-सितंबर में आने की संभावना है, ऐसे में यदि चुनाव की घोषणा कर दी गई, तो कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो पाएगा और लोगों की जान संकट में पड़ जाएगी, इसलिए लोगों की जान ज्यादा जरूरी है चुनाव इतने जरूरी नहीं. वहीं याचिकाकर्ता की मांग के अनुसार चुनाव आयोग ने भी यह वचन दिया है कि जब तक कोरोना महामारी खत्म नहीं हो जाती, तब तक वह चुनाव नहीं करवाएंगे।
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मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव लंबे समय के लिए टल गए हैं. हाई कोर्ट में चुनाव आयोग की तरफ से जवाब दिया गया है कि जब तक कोरोना महामारी खत्म नहीं हो जाती, तब तक चुनाव नहीं होंगे।