जबलपुर/सजल सिंघई
जहाँ एक ओर शासन प्रसाशन कोरोना को दूर भगाने की बात कर रहा है वहीं दूसरी ओर शासन द्वारा जारी की गई कोरोना गाईड लाइन की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। हाँ हम बात कर रहे हैं नचिकेता महाविद्यालय जबलपुर की, जहां कोरोना के खिलाफ जंग में जारी किये गए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। न कोई सोशल डिस्टेनसिंग, न मास्क और न ही कॉलेज प्रसाशन द्वारा सेनेटाइज की व्यवस्था की गई है। महाविद्यालयीन कार्य मे छात्रों को कॉलेज तो बुलाया गया किन्तु स्टॉफ द्वारा कोई माकूल व्यवस्था नही की गई। सोचने वाली बात यह है कि ऐसी लापरवाही से हम कोरोना संक्रमण से कैसे बच सकते हैं कोरोना का खतरा दूर कैसे होगा।
स्टॉफ की लापरवाही
कोरोना गाईड लाइन के अनुसार ही सभी कार्य होने चहिए इसकी जबाबदारी होती है कॉलेज प्रशासन की, किन्तु यहां देखने मे आया है कि स्टॉफ चैनल गेट के अंदर स्वयं तो सुरक्षित है किंतु बाहर छात्रों को अनुशासन सीखने वाला कोई नही। यदि देखा जाए तो अप्रत्यक्ष तौर पर हम ये कह सकते हैं कि हम स्वयं सुरक्षित रहें बाकी छात्रों से क्या मतलब , और अगर छात्रों से मतलब भी है तो केवल फीस तक , बाकी संक्रमण बढ़ता है तो बढ़ जाये।