पाटन/संवाददाता
पुलिस थाना पाटन अंतर्गत आने वाले ग्राम ग्वारी मे आज एक दर्दनाक हादसा हो गया जिसमे एक व्यक्ति की मौत और सात लोग घायल हो गए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शाम 7 बजे मजदूरों का लेवर वहाँ टाटा 407 बिजली लाइन की चपेट मे आ जाने वाहन चालक की मौके पर ही मौत हो गई एवं सात अन्य मजदूर घायल हो गए है जिसमे से अधिकतर मजदूर मंडला जिले के बताये जा रहे है जो ग्राम गवारी मे मजदूरी करने आये हुए थे 407 वाहन से घर लौटते समय उक्त हादसा हो गया, घटना के तुरंत बाद घायलों को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पाटन लाया गया, डॉक्टर ने ड्राइवर को मृत घोषित कर दिया एवं दो गंभीर घायलों कों मेडिकल अस्पताल जबलपुर रेफर कर दिया गया बाकि साधारण घायल लोगों का इलाज पाटन अस्पताल मे चालू है। मृतक रोशन ग्वारी गांव में गांव के ही एक खेत में बने मकान में रुके हुए थे मंडला जिले के मजदूरों को अपनी 407 वाहन क्रमांक MP 20 GB 3049 से ग्वारी गांव से मंडला छोड़ने के लिए अपनी टाटा 407 लेकर ग्वारी आया था, 407 वाहन क्रमांक MP 20- GB-3049 से ग्वारी गांव से मंडला छोड़ने जाने वाला था मजदूरों का सामान लोड करने के लिए ड्राइवर ने गाड़ी को 11KV बिजली लाइन के नीचे खड़ा कर दिया, मजदूर सामान लोड करने के दौरान गाड़ी के ऊपर से जा रही पावर लाइन से टच हो गए जिससे मजदूर करंट की चपेट मे आ गए तथा ड्राइवर की मौके पर मृत्यु हो गई, जिसमे ड्राइवर रोशन लाल बरसैंया की मौत हो गई तथा रमेश, प्रमोद मरावी,राजेंद्र धुर्वे, इंदिरा बाई मरावी, झम्मू बाई साधारण रूप से घायल हुए एवं सोनू कुशराम,त्रिज्या बाई को मेडिकल हॉस्पिटल जबलपुर रेफर कर दिया।

ज्ञात हो कि लोडिंग वाहन मे लगातार मजदूरों को लाने ले जाने का काम किया जाता जो कई बार दुर्घटना का शिकार होते है जिसका खामियाजा गरीब मजदूर बर्ग कों भुगतना पड़ता है किन्तु शासन प्रशासन के कानो पर जूँ भी नहीं रेंगता है ये वाहन प्रशासन की नाक के नीचे कमर्शीयल वाहन से मजदूर ढ़ोते रहते है किन्तु प्रशासनिक अमले को इससे कोई दिक्कत नहीं होती है अब इसकी जो भी वजह हो कि प्रशासन इन वाहनों पर कार्यवाही क्यों नहीं करता है जबकि वाहन चालानी कार्यवाही रोज की जाती है किन्तु लेबर वाहन क्यों छूट जाते है यह एक विचारणीय प्रश्न है।

