बिजावर / सुरेश रजक
श्री जटाशंकर धाम में कई सौ साल पुराने शैल चित्रों को देखने के लिए रविवार को कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने काफी ऊंचे पहाड़ पर चढ़ाई की |
लोक न्यास श्री जटाशंकर धाम अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि कुछ समय पहले श्रावण मास में जब कलेक्टर पूजा अर्चना हेतु श्री जटाशंकर धाम आए थे | इस दौरान लोक न्यास द्वारा उन्हें यहां पर काफी प्राचीन शैल चित्र होने की जानकारी देते हुए उनका संरक्षण करवाए जाने की मांग की गई थी |
रविवार को कलेक्टर शीलेंद्र सिंह श्री जटाशंकर धाम पहुंचे और शैल चित्रों को देखने की इच्छा जताई | कलेक्टर ने मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात शैल चित्रों को देखने के लिए पहाड़ पर चढ़ाई की | इस दौरान कलेक्टर सीधी चढ़ाई वाले पहाड़ पर, उबड़ खाबड़ चट्टानों से होते हुए काफी ऊंचाई पर पत्थरों पर बने शैल चित्रों के समीप पहुंचे | यहां पर घोड़ा, ऊंट, हाथी , पालकी एवं प्राचीन जीवन शैली आदि के शैल चित्र की अन्य आकृतियां बनी हुई है | इस दौरान कलेक्टर ने यहां पर स्वयं शैल चित्रों के फोटोग्राफ्स भी लिए | कलेक्टर ने इस अनुभव को अद्भुत बताया साथ ही एस संबंध में आवश्यक जांच पश्चात उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया |
इस दौरान तहसीलदार दुर्गेश तिवारी ,न्यास अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, अभिषेक कठल, राकेश धतरा, अशोक तिवारी, रामअवतार तिवारी, रतीराम उपाध्याय ,जे पी खरे ,पटवारी रमाकांत पांडे सहित अन्य लोग मौजूद रहे |
न्यास ने की संरक्षित करने की मांग …. इस संबंध में लोक न्यास श्री जटाशंकर धाम अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि श्री जटाशंकर धाम में मुख्य मंदिर के ऊपर वाली पहाड़ी और तीन खंड की धर्मशाला के बीच में चट्टानों पर प्राचीन शैल चित्र बने हुए हैं इनमें ऊंट ,घोड़ा ,पालकी और अन्य जानवरों एवं प्राचीन जीवन शैली के चित्र दिखाई देते है | न्यास अध्यक्ष ने बताया कि इस संबंध में कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से पुरातत्व विभाग के जरिए सर्वे करवाकर इन को संरक्षित करने की मांग की है |