बिजावर/सुरेश रजक
बिजावर। जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बड़ागांव इन दिनों अपनी दुर्दशा की दास्तां स्वयं व्यां कर रही है यहां पर रोचक बात यह है कि सरपंच और सचिव का आपसी मतभेद ग्राम पंचायत की दुर्दशा का मूल कारण बन गया है सरपंच और सचिव दोनो ही अपने दायित्वों का निर्वाहन करने से अपना अपना पलड़ा झाड़ रहे है और इसका खामियाजा ग्राम वासियों को भुगतना पड़ रहा है ग्राम के चारों ओर गंदगी व्याप्त है जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है तथा नालियों में भी कीचड़ लबा लब भरा हुआ है ग्राम वासियों के द्वारा कई बार सरपंच और सचिव को जानकारी देने के बाद भी ग्राम में गंदगी ज्यों की त्यों बनी हुई है। एक ओर जहां सरपंच सचिव का कार्य ग्राम पंचायत को गंदगी से मुक्त करना है लेकिन यहां पर आलम कुछ और ही है ख़बर प्रकाशित होने के बाद भी सरपंच और सचिव अपने चिर निद्रा में लीन है एवं संबंधित अधिकारी भी अपने आप को कार्यवाही करने में असमर्थ महसूस कर रहे है अब कारण जो भी हो वह तो वहीं समझ सकते है। गौरतलब है कि आज जब सारा देश 75 बाँ गणतंत्र दिवस मना रहा था तब भी सचिव महोदया का ध्वजारोहण में सम्मिलित होने के कुछ समय बाद भी ग्राम पंचायत से अपने निवास वापस जाना ग्रामीणों की समझ से परे रहा ग्रामीणों ने आरोप लगाए कि सचिव महोदया अप डाउन करती है और प्रतिदिन आती भी नहीं है और छतरपुर में निवासरत है जिस कारण अब सवाल उठता है कि सचिव महोदय ज़िम्मेदार पद पर आसीन होने के वावजूद भी अपने पद का उचित निर्वाहन क्यों नहीं कर रही है। अगर उनका ऐसा ही रवैया रहा तो ग्राम पंचायत बड़गांव विकास से कोसों दूर रहेगा जिसके लिए सरपंच और सचिव ज़िम्मेदार होंगे।