पाटन/संवाददाता
बिगत दिनों पशु अस्पताल में शासकीय नियमों की धज्जियाँ सरेआम उड़ाई जा रही हैं जहाँ एक ओर शासन प्रशासन साफ सफाई को लोगों की मूलभूत सुविधाओं में सुमार कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर पशु चिकित्सालय पाटन नर्क से बद्दतर बना हुआ है जिसका मुख्य कारण है पशु चिकित्सालय प्रभारी सरला सिंह, जो अपने तानाशाही रवैये के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। ज्ञात हो कि पशु चिकित्सालय में पशुओं के उपचार हेतु शासन द्वारा उत्तम व्यवस्था की गई है किंतु ग्रामीणों को इन व्यस्थाओं का कोई लाभ प्राप्त नही हो पा रहा है।
ज्ञात हो मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन द्वारा बिगत दिनों आदेश जारी किया गया था कि 22 जनवरी को सभी शासकीय कार्यालय प्रभारी अपने कार्यकाल एवं परिसर की सफाई करवाएंगे किंतु यहाँ उल्टा देखने में आया है कि पशु चिकित्सालय प्रभारी द्वारा स्वयं ही शासन के आदेशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार कई सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रभारी की शह पर शासकीय आवासों पर कब्जा किये हुए हैं साथ ही अगर चिकित्सालय का परिसर देखा जाए तो शायद सारे नगर में सबसे गंदा स्थान यही देखने को मिलेगा।