पीडीएस चावल की खुलेआम की जा रही खरीदी बिक्री पर नहीं लगाम, व्यापारियों द्वारा पीडीएस का चावल खरीद कर दूसरे प्रदेशों में बेचा जा रहा है
गौरझामर/गिरीश शर्मा
गौरझामर मुख्यमंत्री खाद्यान्ना योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले जरूरतमंद हितग्राहियों को मिलने वाला राशन बाजारों में खुलेआम बिक रहा। खाद्य सुरक्षा कानून लागू होने के बाद भी व्यापारी चावल को खरीद रहे, वही हितग्राही भी एक रुपए में मिलने वाला चावल को लाभ कमाने के लालच में व्यापारियों को बेच रहे हैं, राशन के चावल की होने वाले अवैध खरीद-फरोख्त कारोबार की जानकारी विभागीय अमले को होने के बाद भी अवैध खरीद-फरोख्त पर अंकुश लगाने जिम्मेदार विभागीय अफसर उदासीनता बरत रहे। शासन द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत गरीबों के लिए राशन की दुकानों पर भेजा गया चावल बाजारों में बेचा जा रहा है। व्यापारी द्वारा गरीबों से सस्ते में खरीदकर महंगे दामों में बेचा जा रहा है प्रशासन की नाक के नीचे रोज नगर में दो से चार गाड़ियां दूसरे प्रदेशों में लादकर भेजी जा रही है व्यापारी चावल गरीबों से 15 रूपया रेट के भाव से खरीद कर जिसे अधिक लाभ उठाने के उद्देश्य से एकत्रित करके अपनी-अपनी गोदाम स्टार्ट किया जा रहा है सोचने की बात है की व्यापारियों के पास इतना चावल कहां से आ रहा है एक व्यापारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि राशन दुकानों पर गरीबों को मिलने वाला पीडीएस का चावल सीधे राशन कार्ड धारियों से खरीदा जा रहा है जो कानूनी अपराध है मगर व्यापारियों द्वारा खुलेआम अवैध चावलों की खरीदारी की जा रही है जो व्यापारियों द्वारा चावल खरीदकर ट्रकों में लादकर महंगे दामों में बाहर बेचा जाता है शासन व प्रशासन को गुमराह कर गरीबों का हक छीन रहे हैं। व्यापारियों व कर्मचारियों की साठगांठ होने के कारण बेखौफ तरीके से यह कार्य खुलेआम पीडीएस चावल को व्यापरियों द्वारा खरीदा जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है