पाटन/संवाददाता
“साहब जाति से हरिजन हूँ और पुलिस अधिकारी सवर्ण हैं इसलिए सवर्णों का पक्ष लेते हैं और प्रकरण दर्ज नही करते हैं” यह कहना है ग्राम मदना निवासी शंकर लड़िया (हरिजन) एवं राधे लड़िया (हरिजन) का ।
क्या है मामला:
मामला है पुलिस थाना पाटन के अंतर्गत ग्राम मदना का, जहाँ रिमझा हार में जमीन मालिम द्वारा दोनों आवेदकों को सिकमीनामा के जरिये 16 एकड़ जमीन सिकमी दी जिसके भुगतान भी पूरा ले लिया गया किंतु खेती करने मात्र 9 एकड़ जमीन ही दी, जिसकी शिकायत उक्त दोनों फरियादियों द्वारा पुलिस थाना पाटन एवं एसडीओपी पाटन से लेकर प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री, एवं डीजीपी से भी की गई, जिस पर कोई कार्यवाही न होने पर सीएम हेल्पलाइन 181 पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई, आवेदकों के अनुसार पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करने का आश्वासन दे कर पहली शिकायत वापिस करवा दी गई किंतु आज दिनाँक तक प्रकरण पंजीबद्ध नही किया गया। जिस कारण जमीन मालिक के हौसले बुलंद हो गए और जमीन मालिक ट्रैक्टर ले कर खेत जोतने और खाली कराने पहुँच गए।
क्या है फरियादियों का कहना:
राधे लड़िया एवं शंकर लड़िया ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है कि पाटन में पुलिस के बरिष्ठ अधिकारी सवर्ण है और हम लोग हरिजन, चूंकि जमीन मालिक भी सवर्ण जाति का है जिस कारण हम लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और प्रकरण दर्ज नही किया जा रहा है, तथा आये दिन आरोपियों द्वारा मुझे शिकायत वापिस लेने धमकाया जा रहा है किंतु मेरे इतने आवेदन देने के बाद भी पुलिस के कानों पर जूं भी नही रेंग रहा है। जिससे भविष्य में हम लोगों के साथ किसी अप्रिय घटना होने का अंदेशा भी है। चूंकि हम लोगों द्वारा 16 एकड़ जमीन के पैसे दिए गए थे किंतु हम लोगों को केवल 9 एकड़ जमीन ही सिकमी दी गई जिसका ग्रामीणों का पंचनामा भी हम लोगों के पास है लेकिन पुलिस कोई बात मानने को भी तैयार नही है अब इसका कारण जो भी हो। अगर हम लोग डायल 100 पर फोन करते हैं तो पुलिस नही पहुंचती है गाड़ी न होने का बहाना बना देती है किंतु आरोपी पक्ष के एक फोन पर पुलिस हम लोगों को धमकाने तुरंत पहुंच जाती है यहां तक कि एसआई साहब द्वारा हमारा समान फेकने एवम खेत में फसल पर ट्रेक्टर चलाने तक की धमकी दी जाती है यह पुलिस का पक्षपात पूर्ण रवैया नही तो क्या है। अगर प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही नही की गई तो हम हरिजन वर्ग के लोग अनशन करने तक के लिए तैयार रहेंगे किंतु प्रशासन के पक्षपात पूर्ण रवैये से न्याय लेकर रहेंगे।
उक्त मामले में हरिजन पक्ष के लोगों ने अनशन तक की चेतावनी दे डाली है चूंकि अभी चुनाव का माहौल चल रहा है इसलिए राजनैतिक पार्टियां भी इस मुद्दे को हरिजन वोटरों को लुभाने के लिए बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले सकतीं है
पूर्व में भी आया था एक ऐसा ही मामला:
लगभग 1 बर्ष पूर्व भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था जहाँ फरियादी द्वारा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए थे कि कृषि उपज मंडी में एक हरिजन पल्लेदार को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया बाद में उसके द्वारा अपने घर पर फांसी लगा ली गई थी, जिसकी मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था हालांकि बाद में किन्ही कारण फरियादी पक्ष द्वारा बयान बदल दिए गए थे और प्रकरण में मर्ग कायम कर बंद कर दिया गया था।