संतोष साहू/महाराष्ट्र
मुंबई : यूथ ऑर्गनाइजेशन इन डिफेंस ऑफ एनिमल्स (योडा) ने अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के साथ मिलकर 10,000 परित्यक्त एवं बेघर पशुओं को रोजाना भोजन खिलाने की एक भव्य परियोजना की शुरआत की है। यह ‘फीडिंग ड्राइव’ मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में 200 से अधिक सहायकों के नेटवर्क के समर्थन से अगले तीन महीनों तक आयोजित किया जायेगा।
योडा भारत का पहला पशु कल्याण संगठन है जिसने पिछले साल पूरे महाराष्ट्र में सबसे बड़ा “लॉकडाउन फीडिंग ड्राइव” आयोजित किया, जब परित्यक्त एवं बेघर पशु गंभीर संकट का सामना कर रहे थे। योडा के पास राज्य भर में ‘feeders’ अथवा पशु सहायकों का सबसे बड़ा नेटवर्क है, और उन्होंने पिछले वर्ष 3 महीने की अवधि में 10,000 से अधिक जानवरों को भोजन उपलब्ध कराया था।
योडा की सह-संस्थापक पूजा सकपाल कहती हैं कि कोविड महामारी में तालाबंदी के दौरान बेघर पशु सबसे बुरी तरह प्रभावित थे। मानव पहुंच की कमी, पशु सहायकों की आय कम होने और खाद्य आपूर्ति और परिवहन के लिए सहायकों की पहुंच में कमी के कारण जानवर भूखे रह गए। नतीजा यह हुआ कि बेघर पशुओं को अपना बचाव करने के लिए छोड़ दिया गया।
महामारी की दूसरी लहर ने राज्य भर में परित्यक्त एवं बेघर पशुओं के लिए खाद्य आपूर्ति की कमी पैदा कर दी है, जिससे योडा को एक बार फिर से बड़े पैमाने पर भोजन कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। योडा नियमित रूप से जानवरों को खिलाना जारी रखने के लिए समुदायों को शिक्षित करना भी जारी रखेगा।
मुंबई स्थित योडा को पूरे देश में परित्यक्त जानवरों की मदद करने, तथा परित्यक्त एवं बेघर पशुओं के लिए घर उपलब्ध कराने की दृष्टि से शुरू किया गया था। यह संगठन मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में परित्यक्त एवं बेघर पशुओं की भोजन व्यवस्था करने, उनके स्वास्थ्य की देख भाल करने, नसबंदी कराने और उनके लिए घर मुहैय्या कराने में बड़े पैमाने में सक्रिय है।