दमोह(भारती शर्मा) – दमोह में गरीबों को बंटने वाला राशन मात्र एक औपचारिकता के तौर पर बांटा जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बजरिया वार्ड पुराना थाना क्षेत्र में शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में जो राशन सामग्री बांटी जा रही है वो मानकता के परे है। शासन द्वारा जो राशन दिया जा रहा है उसमें गेहूं की मानकता शून्य है अर्थात गेहूं में कई प्रकार का कचड़ा निकल रहा है उपभोक्ताओं के अनुसार गेहूं में काफी मात्रा में कचड़ा निकल रहा है यहां तक कि कांच के टुकड़े भी गेहूं में निकल रहे हैं। शासन प्रशासन गरीबों के लिए नित नई नई योजनाएं बनाता है किन्तु जमीनी स्तर पर उसका क्रियान्वयन सही रूप से नही हो पाता है और जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। ज्ञात है कि कोरोना काल मे मुख्यमंत्री द्वारा गरीबों को निशुल्क राशन मुहैया कराया जा रहा है पर स्थानीय स्तर पर आलम यह है कि मुफ्त का राशन मुफ्त जैसा ही मिल रहा है वहीं दूसरी ओर राशन की गुणबत्ता के साथ साथ तौल में भी कम निकलता है किंतु इस ओर शासन प्रसाशन अपना ध्यान केंद्रित नही करता है। यदि राशन में गुणवत्ता का ध्यान नही रखा जाएगा तो लोगों के स्वास्थ पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। क्योकि वर्तमान समय मे कोरोना महामारी से लड़ने के लिए इम्युनिटी सिस्टम ताकतवर होना अति आवश्यक है।