पाटन/ संवाददाता
हाल फिलहाल मे जबलपुर पुलिस द्वारा होटल किग्स वे मे छापा कार्यवाही करते हुए जुआ फड़ पर दविश दी गई, जिसमे कई बड़े बड़े चेहरे सामने आये, सत्तारुढ़ पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी पत्तों मे दाँव लगाते पकडे गए.।
प्राप्त जानकारी के अनुसार होटल किंग्सवे मे पिछले कई दिनों से अनैतिक गतिविधियां चलाई जा रही थी जिसकी सूचना पुलिस कप्तान तक पहुँच गई किन्तु पाटन पुलिस को आज तक इसकी झनक भी नहीं लग पाई अब इसका जो भी कारण रहा हो, क्योंकि प्रत्येक पुलिस थाने मे एक सूचना संकलन का विभाग होता है जो थाना अंतर्गत चल रही अवैध गतिविधियों की सूचनाओं को संकलित करता है किन्तु जिस जुआ फड़ क़ी सूचना पुलिस कप्तान जबलपुर तक पहुँच गई वही सूचना पुलिस थाना पाटन के सूचना संकलन कर्ता तक क्यों नहीं पहुँच पाई, यह भी एक विचारणीय प्रश्न है जो सूचना संकलन कर्ता की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह अंकित करता है, या फिर कहीं सूचना संकलन कर्ता द्वारा उक्त सुचना को दबा दिया गया हो क्योंकि पुलिस थाना पाटन स्टॉफ अधिकतर शासन का राजस्व बढ़ाने वाली गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान देता है जहाँ से शासन कों मुनाफा हो सके जैसे क़ी शराब की सूचना, अवैध रेट की सूचना, गांजे की सूचना आदि।
ज्ञात हो क़ी सूचना संकलन का मुख्य कार्य नगर से सूचनाओं को एकत्रित करना होता है और नगर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों, समाजसेवी, एवं पत्रकारों से समय समय पर रूबरू होना होता है ताकि सूचनाओं के साथ साथ सुझावों को भी संकलित किया जाये किन्तु पुलिस थाना पाटन थाना अंतर्गत जितनी भी शांति समिति की बैठकों का आयोजन किया जाता है उसमे कभी भी न ही किसी गणमान्य नागरिक कों बुलाया जाता है और न ही किसी पत्रकार बंधु को सूचना दी जाती है केवल एक ओपचारिकता के तहत बैठक संपन्न करा ली जाती है जो शासन के नियमों के विरुद्ध है

