गौरझामर/गिरीश शर्मा
गौरझामर कस्बे के आसपास के किसान परेशान होकर लंबी-लंबी लाइनों की कतारों में लग कर घंटो तक नंबर आने का इंतजार करते हैं मगर कई बार किसानों को घंटो इंतजार के बाद भी किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पाता किसान सुबह 3:00 बजे रात से किसान गौरझामर पुलिस थाना परिषद में यूरिया खाद लेने के लिए पहुंच जाते हैं वही किसानों का कहना है कि
रबी सीजन की बोवनी के बाद किसानों को गेहूं, सरसों आदि फसलों में पानी देने का दौर शुरू हो चुका है
इससे किसानों की चिंता बड़ गई है। किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले सोयाबीन की फसल में बीमारी के प्रकोप से फसलों को काफी नुकसान हुआ था। जिसकी भरपाई के लिए रबी सीजन की बोवनी कर लाभ कमाते हैं। ऐसे में समय पर यूरिया खाद नहीं मिलने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है।
किसान महेंद्र पटेल ने बताया कि कृषि कार्य के लिए यूरिया खाद का समय पर मिलना जरूरी है। किसानों को अगर खाद समय पर नहीं मिल पाता है और समय निकल जाने के बाद खेतों में खाद डाला जाता है, तो इससे अच्छी फसल तैयार नहीं हो पाती है और किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन यूरिया नहीं मिलने से किसान परेशान हैं और डबल लॉक गोदाम के चक्कर लगा रहे हैं
किसान अंकित लेसंसवेन्डर ने बताया कि खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है मगर किसान के सामने फसल के लिए खाद ना मिलने की समस्या अभी तक बनी हुई है खाद की किल्लत से किसान सुबह से लंबी-लंबी कतारों में लग कर घंटो यूरिया खाद लेने का इंतजार करते है खाद नहीं मिलने से हताश होकर घर लौट जाते हैं.