मुंबई। हालिया प्रदर्शित फिल्म ‘जन हित में जारी’ सिर्फ़ मनोरंजन फिल्म नहीं समाज के लिए एक खूबसूरत संदेश है। जो महिलाएं शादी के बाद सिर्फ़ घर परिवार तक सीमित रह जाती हैं, उनके प्रतिभा के अनुरूप उन्हें समाज के लिए कुछ कर दिखाने के हौसले के बावजूद आगे बढ़कर समाजसेवा करने की इच्छाओं को मन मसोजकर बैठना पड़ता है। जिसमें परिवार द्वारा सहयोग नहीं मिल पाता और आखिर मे कुंठित हो प्रतिभा दम तोड़ देती हैं। मुंबई के हास्य कलाकार श्रवण कुमार ने फिल्म की प्रशंसा करते हुए बताया कि महिलाओं के लैंगिक अत्याचार को उजागर करने वाली इस फिल्म में अनचाहे गर्भधारण की स्थिति मे फंसी महिलाओं के लिए गर्भपात कराना मतलब नारी शरीर को भारी नुकसान तथा इसके भयंकर दुष्परिणाम का सामना करना पड़ता है। इसलिए अनचाहे गर्भ से सुरक्षित रहने के लिए निरोध के प्रति संदेश देकर इस फिल्म के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।
‘जनहित मे जारी’ अभिनेता पारितोष द्वारा फिल्म मे सार्थक भूमिका निभाई गयी है। जिसका असर समाज के लिए आवश्यक हैं। फिल्म आम दर्शकों तक पहुंच सके इसलिए द्वारिकामाई चैरिटी संस्था के संस्थापक गौरीशंकर चौबे, संस्था के मुंबई अध्यक्ष अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा व अनिता पांडे के सहयोग से लगभग पचास घरेलू महिलाओं को सिनेमा दिखाया गया। श्रवण कुमार ने आगे बताया कि समाज में जागरूकता फैलाने वाली फ़िल्म हर लोगों तक पहुँचे ये मेरी कोशिश है।
कामकाजी महिलायें तो आराम से टिकट ख़रीद कर फ़िल्म देख सकती हैं, लेकिन जो महिलाएं फ़िल्म देखने में असमर्थ हैं उनके लिए यथासंभव मुफ़्त टिकट का प्रबंध करूँगा।
इस फ़िल्म से लगाव के मुख्य दो कारण है। पहला ‘जनहित मे जारी’ फ़िल्म समाज के लिए खूबसूरत संदेश है, तो दूसरा ये कि फ़िल्म के लेखक व निर्माता राज शांडिल्य जो बहुत ही नेक दिल व सहयोगी इंसान है। जिन्होंने कोरोना के बढ़ते प्रभाव से देश में लॉकडाउन के समय बहुत आर्थिक सहयोग कर हम सबकी मदद की हैं। सभी नागरिकों से आह्वान करते हुए हास्य कलाकार व समाजसेवी श्रवण कुमार ने निवेदन किया है कि नारी सशक्तिकरण के लिए यह फिल्म अवश्य देखें।