स्टेट फॉरेस्ट रेंज ऑफीसर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर एसोसिएशन के द्वारा वन मंत्री से जांच कराने के लिए गुहार लगाई गई
ब्यूरो/डेस्क
स्टेट फॉरेस्ट रेंज ऑफीसर्स राजपत्रित एसोसिएशन के प्रतिनिधि एक तौर पर नियुक्त किए गए वन क्षेत्रपाल शिशुपाल अहिरवार वन परिक्षेत्र अधिकारी पूर्व लांजी के द्वारा तत्कालीन समय 09मई 2022 को छतरपुर बन व्रत और बन मंडल का दौरा करने के बाद पीड़ित पक्षों के वन कर्मचारी और पीड़ित रेंजरो से बात करने के पश्चात मुख्य वन संरक्षक छतरपुर से विभिन्न मुद्दों पर बात की गई और अधिकारियों से अधीनस्थ के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए निवेदन किया गया।
जिस पर एक माह बीत जाने के उपरांत कोई कार्रवाई नहीं होने पर तत्कालीन रेंजर एसोसिएशन के प्रतिनिधि और वर्तमान में रेंजर एसोसिएशन मध्य प्रदेश के अध्यक्ष शिशुपाल अहिरवार के द्वारा वन मंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव को पीड़ित वनक्षेत्रपाल /रेंजरो से प्राप्त आवेदन को अपनी रिपोर्ट मे शामिल करते हुए पांच पृष्ठ का ज्ञापन दिया गया है, जिसमें वन मण्डल अधिकारी छतरपुर पर लगे आरोपों पर विवेचना की एवं विवेचना उपरांत वन मण्डल अधिकारी छटरपुर द्वारा लगातार अधिकारियों को प्रताड़ित किया किए जाने के संबंध में और जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान नहीं किए जाने के साथ-साथ शासकीय डाक को शासकीय कार्यालय में नहीं लिए जाने के कारण विस्तृत प्रतिवेदन जांच के लिए भेजा गया है।
एसोसिएशन अध्यक्ष शिशुपाल अहिरवार द्वारा सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्रेषित की गई जिसमें उल्लेखित किया गया है कि अनुराग कुमार (भा. व.से.) द्वारा लगातार अधिकारियों को प्रताड़ित किया गया एवं उनकी कार्यशैली भी विवादास्पद बताई गई, अपनी 05 पन्नो की रिपोर्ट में वन मंत्री मध्यप्रदेश शासन को यह अवगत कराया गया कि अनुराग कुमार पूर्व से ही अपनी कार्यशैली के कारण विवादों में रहे हैं पूर्व में भी सागर, बैतूल एवं बालाघाट से भी बहिष्कृत हो चुके हैं।
आगे उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अनुराग कुमार द्वारा की गई और वर्तमान में की जा रही कई अनियमितताएं सामने आई है जिसमें उपवन क्षेत्रपाल जो आहरण और संवितरण के अधिकार बिहीन है के द्वारा एक विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए भुगतान करवाया जा रहा है जो नियम विरुद्ध है ,जिस कारण वन मण्डल छतरपुर के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता में भी असंतोष व्याप्त हो गया।
रेंजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं प्रतिनिधि शिशुपाल अहिरवार द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में अनुराग कुमार के कई अध्यायों को खोला गया एवं उनकी अनैतिक कार्यशैली से शासन एवं प्रशासन को अवगत कराते हुए अनुराग कुमार के खिलाफ रेंजर एसोसिएशन के दल के समक्ष जांच कराए जाने एवं उचित कार्यवाही कार्यवाही किए जाने का समर्थन किया।