संबल योजना के तहत साढ़े सात हजार असंगठित
श्रमिकों को मिली करीब 91 करोड़ की आर्थिक मदद
जबलपुर / ब्यूरो
मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के अंतर्गत जबलपुर जिले के 7 हजार 549 असंगठित श्रमिकों को अनुग्रह सहायता और अंत्येष्टि सहायता के रूप में 90 करोड़ 74 लाख 65 हजार रूपये की आर्थिक मदद मुहैया कराई जा चुकी है।
सहायक श्रमायुक्त जे. एस. उद्दे ने बताया कि योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किये जाते है। साथ ही पारदर्शिता की दृष्टि से हितलाभ का वितरण भी ऑनलाइन माध्यम से सीधे हितग्राही के बैंक खाते में किया जाता है। श्री उद्दे ने असंगठित श्रमिकों से आग्रह किया है कि वे अंत्येष्टि सहायता हेतु परिवार के सदस्य की मृत्यु होने के सात दिन और अनुग्रह सहायता प्राप्त करने के लिये 6 माह के भीतर ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है।
श्री उद्दे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक योजना प्रारंभ से बीते मार्च माह तक मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के तहत नगर निगम के 2750 अंत्येष्टि सहायता एवं अनुग्रह सहायता के लाभार्थियों को 33 करोड़ 65 लाख 75 हजार रूपये की आर्थिक मदद प्रदान की गई।
जबकि जनपद पंचायत जबलपुर के 203 लाभार्थियों को 2 करोड़ 60 लाख दस हजार रूपये, जनपद पंचायत कुण्डम के 714 हितग्राहियों को 8 करोड़ 10 लाख 65 हजार रूपये, जनपद पंचायत शहपुरा के 833 हितग्राहियों को 10 करोड़ 27 लाख 75 हजार रूपये, जनपद पंचायत मझौली के 832 लाभार्थियों को 8 करोड़ 88 लाख 65 हजार रूपये, जनपद पंचायत पनागर के 516 हितग्राहियों को 5 करोड़ 68 लाख 80 हजार रूपये, जनपद पंचायत सिहोरा के 515 लाभार्थियों को 7 करोड़ 91 लाख 85 हजार रूपये और जनपद पंचायत पाटन के 597 हितग्राहियों को 7 करोड़ 6 लाख 50 हजार रूपये की अनुग्रह और अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान की गई।
इसके अलावा आलोच्य अवधि के दौरान नगर परिषद पनागर के 114 लाभार्थियों को एक करोड़ 25 लाख 5 हजार रूपये, नगर परिषद सिहोरा के 149 हितग्राहियों को एक करोड़ 75 लाख 35 हजार रूपये, नगर परिषद पाटन के 104 हितग्राहियों को 83 लाख 35 हजार रूपये, नगर पंचायत शहपुरा के 16 लाभार्थियों को 26 लाख 25 हजार रूपये, नगर पंचायत मझौली के 44 लाभार्थियों को 50 लाख 95 हजार रूपये, नगर पंचायत भेड़ाघाट के 47 हितग्राहियों 47 लाख 25 हजार रूपये तथा नगर पंचायत कटंगी के 65 लाभार्थियों को 91 लाख 15 हजार रूपये और नगर पंचायत बरेला के 50 हितग्राहियों को 55 लाख 25 हजार रूपये की अनुग्रह एवं अंत्येष्टि सहायता के रूप में आर्थिक मदद प्रदान की गई।