फ्लाई ओवर निर्माण कार्य 2023 मे होगा पूर्ण, साँसद ने की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
जबलपुर/ब्यूरो
जबलपुर साँसद राकेश सिंह के प्रयासों से जबलपुर में बन रहे प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर एवँ प्रस्तावित सबसे बड़ी 112 किमी की रिंग रोड के निर्माण कार्य एवँ प्रगति की समीक्षा हेतु साँसद राकेश सिंह ने जबलपुर कलेक्टर एवँ संबंधित अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस क्र. – 02 में बैठक की।
साँसद द्वारा आयोजित बैठक में फ्लाईओवर निर्माण में गति देने के साथ ही रिंग रोड कार्य को प्रारंभ करने और उसकी निविदा शीघ्र जारी करने पर चर्चा हुई। साँसद राकेश सिंह ने बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुते बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवँ राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा स्वीकृत जबलपुर में बन रहे मप्र के सबसे बड़े 7 किमी लंबे फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और संबंधित विभाग द्वारा इसके मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने का कार्य भी किया जा रहा है आज की बैठक में अधिकारियों से चर्चा की गई जिसमें निर्माण कार्य में बाधक स्थलों को शीघ्र हटाने का कार्य किया जाए साथ ही निर्माण कार्य के दौरान आम नागरिकों को आवागमन में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करे।
सांसद राकेश सिंह ने बताया कि फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य अगले वर्ष जुलाई/अगस्त 2023 तक पूर्ण होने की संभावना है।
सांसद राकेश सिंह ने बताया कि प्रदेश की सबसे बड़ी 116 किमी की रिंग रोड का कार्य भी अगले दो माह में प्रारम्भ हो सके इसके लिए अधिकारियों से चर्चा की है और प्रस्तावित रिंग रोड के ऐसे हिस्से का निर्माण कार्य प्रारंभ करने निविदा जारी की जाए जिस हिस्से में भूमिअधिग्रहण नही किया जाना है और लगभग 18 से 20 किलोमीटर का ऐसा हिस्सा है जिसकी निविदा जारी हो सकती है।
साँसद राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर विकास के रास्ते पर लगातार अग्रसर है और शहर के अंदर 7 किमी लंबे फ्लाईओवर के निर्माण और शहर के चारो ओर 116 किमी की रिंग रोड के निर्माण के साथ ही जबलपुर एक नए स्वरूप में दिखेगा और जहाँ एक ओर यातायात की समस्या से निजात मिलेगी वही जबलपुर को लॉजिस्टिक हब बनाये जाने की दिशा में हम आगे बढ़ेंगे।
साँसद द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर इलैयाराजा टी, नगर निगम आयुक्त आशीष वशिष्ठ, एडीएम नमः शिवाय अरजरिया, अधीक्षण यंत्री पीडब्लूडी एस सी वर्मा, कार्यपालन यंत्री गोपाल गुप्ता उपस्थित थे।