पाटन/संवाददाता
पाटन अनुभाग से फुलफ्रेश एसडीओपी के जाते ही नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक कि कानून व्यवस्था चरमरा गई है ज्ञात हो कि पाटन अनुभाग के अंतर्गत वर्तमान में कार्यवाहक एसडीओपी के पदभार संभाला है।
ज्ञात हो कि पिछले कुछ दिनों से पाटन क्षेत्र में कानून का दबदबा कम दिखाई दे रहा है इस बात का भान इससे होता है कि पिछले कुछ दिनों में कई बड़े मामले सामने आए हैं हाल ही में एक नाबालिक लड़की के साथ एक नाबालिक द्वारा दुष्कर्म का मामला सामने आया है किंतु बड़ी बात तो तब हुई जब नाबालिग के परिवारजनों ने मीडिया को बताया कि विवेचक द्वारा नाबालिग लड़के को तीन दिन तक थाने में बैठाए रखा और तीन दिन बाद न्यायालय में पेश किया जबकि नियम 24 घंटे में पेश करने का हो अब इसके पीछे विवेचक की जो मंशा रही हो।
वहीं दूसरी ओर ग्राम मदना में दबंगो ने एक हरिजन की फसल पर कब्जा कर लिया मामला यह है कि हरिजन शंकर एवं राधे एक जमीन को सिकमी लिए हुए थे किंतु जमीन मालिक ने सिकमी का समय पूरा होने से पहले ही उनकी फसल पर कब्जा करने का प्रयास किया। पीड़ित पक्ष ने बताया कि जमीन मालिक चूंकि पाटन नगर के दबंग लोग हैं जो अक्सर जाति सूचक शब्दों द्वारा अपमानित करते रहते हैं जिसकी सूचना मेरे द्वारा पाटन पुलिस को भी दी गई किंतु उचित कार्यवाही न होने के कारण मेरे द्वारा सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत की गई जो अभी तक मौन है।
तीसरा मामला सामने आया है जहाँ पुलिस का काम जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत के अध्यक्ष पति एवं पदाधिकारियों द्वारा ग्रामीण इलाकों से अवैध शराब पकड़ी गई तत्पश्चात उसकी सूचना पुलिस को दी गई।
गैरतलब है कि अप्रेल माह में गृह विभाग द्वारा एसडीओपी एवं डीएसपी के स्थानांतरण किये गए थे जिस सूची में एसडीओपी पाटन का भी स्थानांतरण किया गया था एवं उनके स्थान पर कार्यवाहक एसडीओपी को पदभार दिया गया है हालांकि नवागत एसडीओपी जबलपुर जिले से अच्छी तरह से परिचित हैं क्योंकि पूर्व में नवागत एसडीओपी जबलपुर जिले में अन्य पदों पर भी रह चुकी हैं एवं अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहीं है एवं लोगों को ऐसी उम्मीद है कि नवागत अधिकारी धीरे-धीरे कानून व्यवस्था को सुधारकर अपराधों पर अंकुश लगाएंगी।