विदेशों में फंसे भारतीयों के लिए एयर इंडिया जो संकटमोचन रहा, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
जिस एयर इंडिया ने 1990 में कुवैत पर इराक के हमले के बाद एक लाख से अधिक लोगों को कुवैत से निकाला उसे क्या हो गया।
- मई, 1994: संकट ग्रस्त यमन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मस्कट के रास्ते यमन की राजधानी सना के लिए मुम्बई से विशेष उड़ानें संचालित की गयीं।
- सितंबर 1996: एयरइंडिया ने उन भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन एमनेस्टी एयरलिफ्ट’ चलाया जिनके पास संयुक्त अरब अमीरात में वैध परमिट नहीं थे।
- अक्टूबर, 1997–उसने उन भारतीयों को निकाला जो क्षमादान समय सीमा खत्म होने से पहले सऊदी अरब से जाने के लिए बाध्य कर दिये गये थे।
- जुलाई, 2006 —वह साइप्रस के लारनाका के रास्ते लेबनान से भारतीयों को वापस लायी।
- मार्च, 2011–मिस्र में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद काहिरा से 11,345 फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए उसने विशेष उड़ानें संचालित कीं।
- अगस्त, 2014–लीबिया एवं माल्टा से 1200 से अधिक फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए ट्यूनीशिया के डजेर्बा के लिए उड़ानें संचालित की गयीं।
- अप्रैल, 2015–उसने यमन की राजधनी सना में फंसे भारतीयों एवं अन्य नागरिकों को निकालने के लिए उड़ानें संचालित कीं।
- जनवरी एवं फरवरी, 2020– कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद एयरलाइन ने चीन के वुहान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए उड़ानों का संचालन किया।