रिपोर्ट /सुधीर द्विवेदी सागर
हमेशा ही सुनने में आता है की प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधान सभा क्षेत्र सुरखी में विकास का पहिया तेजी से दौड़ रहा है। व रोज ही शिलान्यास व करोड़ो के विकास कार्य करने के दावे किए जाते है
और क्षेत्र की जनता सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित भी हो रही है। वही इसके उलट देखा जाए तो सुरखी में विकास का न तो कोई पहिया दौड़ रहा है और न ही क्षेत्र की जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। यही वजह है की आज सुरखी क्षेत्र से सैकड़ों ग्रामीण बुनियादी सुविधाओं के लिए जिला मुख्यालय पर हल्ला बोल दिया।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्रामीणों ने सुरखी के विकास कार्यों की पोल खोलते हुए कहा कि ग्राम बिहारी खेडा में पिछले 10 वर्षो से न तो ग्राम के एक भी व्यक्ति को कुटीर योजना का लाभ मिला है और न ही आज दिनांक तक एक भी शौचालय का निर्माण किया गया है। कुटीर के लिए आवेदन तो किए जा चुके है लेकिन कुटीर नसीब नही हो सकी है। लोग आज भी झोपड़ियों में रहने के लिए मजबूर है। वही सबसे बड़ी समस्या यह भी है की शौचालय के न होने से क्षेत्र की महिलाओं को खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ता है।
जानकारी के मुताबिक सुरखी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बिहारी खेडा सम्भागीय मुख्यालय सागर से महज 22 किलो मीटर की दूरी पर बसा है। इसके बाबजूद यह क्षेत्र अति पिछडे क्षेत्रों में शामिल हैं। ग्रामीणों ने सुरखी क्षेत्र के विकास पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि पिछले 35 वर्षों में एक भी पंचायत भवन नही बन सका है।
बुनियादी और मूलभूत सुविधाओं से महरूम सुरखी क्षेत्र की जनता का अपना अपना दर्द है। जिसको न तो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत समझ पाए है और ना ही प्रशासन समझने की जरूरत समझ रहा है। जिसको लेकर ग्रामीण दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है।
जिस सुरखी विधानसभा क्षेत्र में हमेशा विकास कार्यों का बखान किया जाता है व बड़े बड़े वादे मंत्री गोविंद सिंह के द्वारा किये जाते है। आज उसी क्षेत्र की जनता ने ये भी बता दिया की हमारे क्षेत्र में विकास का कोई नामो निशान नहीं है। लोग मूलभूत सुविधाओं से लेकर सरकारी योजनाओं से वंचित होकर परेशानियां के बीच अपने जीवन की गाड़ी को ढकेल रहे है और जिम्मेदार कहते हैं सुरखी में विकास का पहिया तेजी से दौड़ रहा है।

