दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक महाभारत से अपनी पहचान कायम करने वाले कलाकार प्रवीण कुमार ने सरकार से पेंशन की मांग की है, 90 के दशक में भीम के रूप में अपने अभिनय से सबका दिल जीतने वाले अभिनेता अब अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव पर चल रहे हैं किंतु आज तक उनको शासन प्रशासन द्वारा कोई सहायता प्रदान नही की गई है, तब उन्होनें इस मामले में हाई कोर्ट जाने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि बीमारी से परेशान हाल अब तंगी से परेशान हो गया हूं. सरकार से किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है. वह डिस्कस थ्रो में मेडल जीत चुके हैं. उन्हें सरकार ने अर्जुन अवॉर्ड से नवाज़ा था. लेकिन आज तक पेंशन नहीं जारी की गई. लिहाज़ा उन्होंने सरकार के खिलाफ पेंशन के लिए हाईकोर्ट जाने का मन बनाया है. उन्होंने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि सरकार को अवार्ड लौटा दूंगा. सरकार ने मुझे सिर्फ इस्तेमाल किया. बुरे दौर में कोई भी साथ नहीं दे रहा है।
देश के लिए कई मेडल भी जीतकर भारत का मान बढ़ाने वाले प्रवीण कुमार सरकार की उदासीनता से इतने नाराज हैं कि अर्जुन अवार्ड लौटाने का एलान कर दिया है. सरकार पर वादा फरामोशी का आरोप लगाते हुए उन्होंने पेंशन के लिए हाईकोर्ट से गुहार लगाने का एलान किया है. उनके घर में देश का मान बढ़ाने वाले मेडल और ट्रॉफियों की कतार लगी हुई है, लेकिन घर चलाने के लिए ये मेडल किसी काम नहीं आने वालीं. ज़िंदगी की आख़िरी दहलीज़ पर आर्थिक तंगी के दौर में यही बात उन्हें अब उठते-बैठते सालती है।
उनकी शिकायत है कि पंजाब की जितनी भी सरकारें आईं, सभी सरकारों के दौरान उन्हें बाकी एथलीट्स की तरह पेंशन नहीं मिली. उन्होंने बताया कि अभी बीएसएफ से पेंशन मिल रही है, लेकिन उनके खर्चों के हिसाब से यह काफी नहीं है. एक्टिंग में कदम रखने से पहले एक दौर में प्रवीण स्पोर्ट्स पर्सन हुआ करते थे. वो हैमर और डिस्कर थ्रो में एशिया में रिकॉर्ड बना चुके हैं. प्रवीण दो बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं. उन्होंने एशियन गेम्स में कई पदक जीते हैं. इनमें जिनमें दो गोल्ड भी शामिल हैं. खेल के ही दम पर प्रवीण को सीमा सुरक्षा बल में डिप्टी कमांडेंट की नौकरी मिल गई थी. फ़िलहाल BSF से मिलने वाली पेंशन घर चलाने के लिए नाकाफी है।