परम्परागत नही व्यापार की दृष्टि से विचार करें
बड़े स्केल पर पहुंचने के लिये आधुनिक मशीन उपयोग करें
समूह को आजीविका भवन के लिये जमीन चिन्हित करने के निर्देश
छतरपुर/ब्यूरो
राजनगर ब्लॉक के ग्राम धमना स्थित रोशनी स्वसहायता समूह द्वारा मिट्टी से बनाये जाने वाले खिलौने तथा भारतीय संस्कृति की पूजा-अर्चना में उपयोग में लाये जाने वाले महालक्ष्मी, हाथी, घोड़े, पूजा के दीपक सहित अन्य सामग्री के हुनर को मुकाम दिलाने के साथ-साथ विस्तार रूप देने के लिये कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने ग्राम का भ्रमण करते हुये बुधवार को समूह के लोगों से भेंट की।
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समूह के लोगों को उत्तरप्रदेश के खुर्जा बुंलद शहर एक्सपोज विजिट के लिये भम्रण कराया गया।
उन्होंने सदस्यों से चर्चा करते हुये कहा कि इस व्यवसाय को विस्तारित रूप देने के लिये जरूरी है कि परम्परागत दृष्टि से नही व्यापार की दृष्टि से सोचे और विचार करे तथा बड़े स्केल पर पहुंचने के लिये आधुनिक मशीन का भी उपयोग करे। जिससे उन्नत किस्म की सामग्री अधिक संख्या में बनाई जा सके। साथ ही इस व्यवसाय से आसपास के इच्छुक एवं जरूरतमद लोगों को जोड़े जिससे उन्हे भी रोजगार मिलने के साथ-साथ हुनर निखारने का मौका मिले।
कलेक्टर श्री सिंह ने समूह की मांग पर एनआरएलएम के प्रभारी अधिकारी को आधुनिक इलेक्ट्रिक चाक एवं भट्टी तथा प्रेस मशीन यथा शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस कार्य को सूरजपुरा, बम्हौरी, चंद्रनगर के ग्रामों में भी विस्तारित रूप दे। और अन्य लोगों को भी जोड़े। लोगों को गांव में ही उन्नत प्रशिक्षण दिलाये। हितग्राहियों को आधुनिक दिया बनाने वाला चाक एवं भट्टी दिलाये तथा उत्पादित माल की बिक्री को ऑनलाइन प्लेटाफार्म दिलाये और डाकघर के माध्यम से भी व्यवसाय को जोड़े। समूह को 15वें वित्त आयोग से आजीविका भवन के लिये जमीन चिन्हित करने के निर्देश दिये। समूह को मिट्टी के अलावा सिरेमिक्स के उपयोग से आधुनिक सामग्री बनाने पर जोर दिया गया।