बिजवार/संवाददाता
बुंदेलखण्ड के केदारनाथ माने जाने वाले जटाशंकर धाम जटाशंकर में कल तेंदुआ दिखाई दिखाई जो जटाशंकर धाम के पहाड़ों पर दिखा, जो नीचे की ओर उतर रहा था किंतु जन मानस की भीड़ देख उल्टे पैर वापिस हो गया, किन्तु दर्शनार्थियों के लिए एक कौतूहल का बिषय बन गया, प्राप्त जानकारी के अनुसार विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य भगवान भोले नाथ अपनी धूनी रमाये हुए हैं जहां प्रतिबर्ष देश विदेश लाखों श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन करने आते हैं चूंकि घना जंगल होने के कारण जंगली जानवरों का होना स्वाभाविक है क्योंकि यह क्षेत्र पन्ना नेशनल पार्क के बिल्कुल नजदीक पड़ता है, इसलिए भी यहां जंगली जानवर देखने मे मिलते हैं, किन्तु दूसरी ओर यह एक चिंता का भी बिषय है क्योंकि हिंसक जानवर कभी भी लोगों पर हमला कर सकते हैं जिससे जानमाल का भी नुकसान संभव है परंतु वन विभाग इस ओर अपना ध्यानाकर्षित नही करता है आज की घटना के बाद से यह तो तय हो गया है कि यदि वन मंडल अपना ध्यान इस ओर नही लगाता है तो भविष्य में किसी न किसी अप्रिय घटना का भी अंदेशा है क्योकिं जंगली जानवर हिंसक होने के साथ-साथ आक्रामक भी होते हैं यदि जटाशंकर धाम के क्षेत्र को बाढ़ लगा कर सुरक्षित नही किया गया तो जंगली जानवर चौक तक आने की भी पूर्ण संभावना बन सकती है क्योंकि उसका दूसरा कारण पानी भी है आसपास पानी के पर्याप्त स्रोत न होने के कारण जंगली जानवर पानी की तलाश में जटाशंकर धाम तक भी पहुंच सकते है इसलिए वन विभाग को अपनी चिरनिद्रा त्याग कर इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके।
