अंतिम सांस तक संघर्ष करता रहूंगा- समर्थ सद्गुरु भैया जी सरकार
.पिछले 256 दिन से नही किया अन्न जल पान
.नाजुक हालत में हुए अस्पताल में भर्ती
.माँ नर्मदा के अस्तित्व को बचाने के लिए सत्याग्रह
जबलपुर/ब्यूरो
माँ नर्मदा के अस्तित्व की रक्षा में पिछले 256 दिन से अन्न जल का त्याग कर चुके समर्थ सद्गुरु भैया जी सरकार की अचानक तबियत खराब होने से मंगलवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ज्ञात है कि भैया जी सरकार माँ नर्मदा के तटों से 300 मीटर के अंदर होने वाले निर्माण कार्यों की रोक को लेकर पिछले लगभग 9 महीने से अन्न जल त्याग शांतिपूर्ण सत्याग्रह कर रहे हैं। 256 दिनों से अन्न आहार त्याग कर मां नर्मदा सरंक्षण के लिए सत्याग्रह कर रहे समर्थ सदगुरु भैयाजी सरकार नाजुक हालत होने के कारण उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक नजर मामले पर-
उच्च न्यायपालिका के आदेशों की अवहेलना-
धर्म संविधान नीति नियमों कानून के विरुद्ध नर्मदा पथ चल रहे अवैध कार्य
नर्मदा मिशन द्वारा दायर की गई जनहित याचिका में माननीय मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मई 2019 और जुलाई 2019 में दिये गये स्पष्ट आदेशों के बावजूद नर्मदा नदी के उच्च बाढ़ स्तर ( एच एफ एल) से 300 मी में लगातार हो रहे अवैध निर्माण अतिक्रमण खनन
नर्मदा जल में मिल रहे गंदे नालों विषैले रसायनों से बड़ी तीव्रता से दूषित हो रहा नर्मदा जल दूसरी तरफ नर्मदा जल संग्रहण हरित क्षेत्र बड़ी तीव्रता से खत्म होना।
शासन प्रशासन राज्य सरकार द्वारा हो रही उदासीनता बारम्बार अनदेखी से दुःखित होकर समर्थसद्गुरु भैयाजी सरकार ने नवरात्रि के प्रथम दिवस 17 अक्टूबर 2020 से अन्न आहार फलाहार का परित्याग कर नर्मदा जल पर सत्याग्रह विगत 256 दिनों से कर रहे।
माँ नर्मदा गौ सत्याग्रह का इन उद्देश्यों को ले कर किया जा रहा है मां नर्मदा तथा गोवंश को बचाने की निर्णायक मुहिम, मां नर्मदा में मिल रहे गंदे नालों विषैले रसायनों को बंद कराना ,मां नर्मदा को जीवंत इकाई का दर्जा दिलाना, मां नर्मदा जल संग्रहण हरित क्षेत्र को पूर्णत: संरक्षित करना, मां नर्मदा तथा गौ माता के लिये समग्र नीति कानून बनवाने एवं योजनाओं नीति कानून को नर्मदा पथ में क्रियान्वित करने