टीकमगढ़(भूपेंद्र वशिष्ठ)- पहले के समय मे लोग कहते थे कि राजा और प्रशासन अपने नागरिकों से पुत्र वत व्यवहार करता है उनकी हर जरूरत को पूरा करता है जिसको आज चरितार्थ किया टीकमगढ़ डिप्टी कलेक्टर सौरभ मिश्रा जी ने , जिनको आज टीकमगढ़ जिले का हर नागरिक दिल से सैल्युट कर रहा है क्योंकि उन्होंने इस विपदा के समय ऐसा काम किया जिसने सब का दिल जीत लिया।
वर्तमान में टीकमगढ़ में एसडीएम के पद श्री सौरभ मिश्रा जी ने आज ये साबित कर दिया कि केवल पड़े पद पर बैठने मात्र से इंसान बड़ा नही अपितु उसका दिल भी बड़ा होना चाहिए जिसके जीते जागते उदाहरण हैं एसडीएम साहब टीकमगढ़।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक विधवा महिला अपने पति का मृत्यु प्रमानपत्र बनवाने एसडीएम महोदय के पास पहुंची, एसडीएम महोदय को उसने अपने साथ घटित घटना की आपबीती सुनाई जिसको सुन कर सौरभ मिश्रा जी का दिल पसीज गया। जिसके बाद श्री मिश्रा जी ने विधवा के दोनों बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठा ली। सबसे छोटी बच्ची की कक्षा 1 से पूरी पढ़ाई का खर्च एवं दूसरी बच्ची नैन्सी की पढ़ाई में 1 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली।
गैर तलब है कि जैसे ही ये खबर आम लोगों तक पहुंची वैसे ही एसडीएम महोदय को लोगों की दुआएँ मिलना प्रारंभ हो गई। लोगों के अनुसार टीकमगढ़ में आज तक हजार अफसर आये और गए किन्तु आज तक ऐसी अफसरशाही किसी अफसर ने नही दिखाई जो वास्तव मैं आम नागरिक की तकलीफों को समझ सके। और उनमें सहभागी बने।