बिजावर(कपिल खरे)- शा. कन्या शाला बिजावर में कोरोना वैक्सीन केंद्र बना हुआ है। वहां पर वेक्सीनेसन जोरों पर चालू है लेकिन कोरोना संक्रमण के बचाव के दोनों सूत्र वहां से गायब हैं पहला मास्क, हां मास्क तो लोगों के चेहरे पर है लेकिन केवल औपचारिक मतलब नाक के नीचे और दूसरा सोशल डिस्टेन्स यह उस चिड़िया का नाम है जिसे बिजावर में लोग तो ठीक प्रशासन के नुमाइंदे भी नही जानते हैं क्योंकि वेक्सीनेसन केंद्र पर स्वास्थ बिभाग का अमला भी मौजूद था जिसको कोरोना गाइड लाइन का पूर्ण ज्ञान है लेकिन मौन थे दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन तो वो भी वहां मौजूद था किंतु लोग उनसे ही लग कर खड़े हुए थे। मतलब साफ है किसी को कोई मतलब नही जो हो रहा है सो होने दो हमें तो केवल औपचारिकता से मतलब, केवल अपनी डयूटी पूरी होना चाहिए। ऐसे में लोगों का बचाब कैसे संभव है कैसे वो कोरोना की चेन तोड़ी जाएगी क्योंकि जिस को ये जबाबदारी सौंपी गई है वो केवल औपचारिकता निभा रहा है। जबकि स्वास्थ बिभाग तो इस खतरे से बखूबी परिचित है। लेकिन शायद बिजावर स्वास्थ्य अमले ने जागरूकता को महत्व नही दिया।