मुंबई/ब्यूरो
मनोज कुमार कई दिनों से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे,शुक्रवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली,मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति फिल्मों के लिए जाने जाता था, वे बॉलीवुड के ‘भारत कुमार’ के नाम से फेमस थे।
फ़िल्म:
24 जुलाई, 1937 को हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी के रूप में जन्मे मनोज कुमार हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता थे, उन्हें देशभक्ति थीम वाली फ़िल्मों में अभिनय और निर्देशन के लिए जाना जाता था.जिसमें “शहीद” (1965), “उपकार” (1967), “पूरब और पश्चिम” (1970), और “रोटी कपड़ा और मकान” (1974) शामिल हैं. इन फिल्मों की वजह से ही उन्हें ‘भारत कुमार’ भी कहा जाता था, अपनी देशभक्ति फिल्मों के अलावा, उन्होंने “हरियाली और रास्ता”, “वो कौन थी”, “हिमालय की गोद में”, “दो बदन”, “पत्थर के सनम”, “नील कमल” और “क्रांति” जैसी अन्य उल्लेखनीय फिल्मों में भी अभिनय और निर्देशन किया. वे आखिरी बार बड़े पर्दे पर 1995 में आई फिल्म ‘मैदान-ए-जंग’ में नजर आए थे।
सम्मान:
भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए मनोज कुमार को 1992 में पद्म श्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।