सुरेश रजक/बिजावर
बिजावर। बिजावर जनपद पंचायत अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत बड़ागांव इन दिनों भारी बिसंगतियों का सामना कर रही है यहां पर सरपंच, सचिव के आपसी मतभेद के कारण पंचायत विकास की मुख्यधारा से कोसों दूर है आलम यह है कि यहां पर ना तो सरपंच को ग्राम विकास की कोई चिंता है ना ही सचिव को। सरपंच सचिव दोनो मे मतभेद होने के कारण ग्रामवासियों को हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है यहां ध्यान देना योग बात यह है कि कई कई दिनों तक ग्राम पंचायत का ताला तक नहीं खुलता जिससे ग्रामीणों को ना तो शासकीय योजनाओं का पता चल पा रहा है और ना ही उन्हें कोई लाभ मिल पा रहा है ग्राम का सामुदायिक शौचालय शराबियों का अड्डा बन गया है शराबी बिना किसी संकोच के वहां शराब पीते हैं और शराब का खाली बारदाना और ग्लास वही फेक देते है, यू कहा जाए तो शराबियों के लिए ग्राम का सामुदायिक शौचालय छुपकर पीने का सहारा बन गया है। यही नहीं ग्राम पंचायत मे गंदगी भी व्यापक रूप से व्याप्त है। सड़कों पर नालियों का गंदा पानी बह रहा है कचरे के ढेर लगे हुए है। ग्राम में जगह जगह गंदगी का फैलना सरपंच, सचिव की निष्क्रियता को दर्शाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि सरपंच सचिव बिकास का नाम मानो भूलते जा रहे हो और वेतन लेने को ही मात्र विकास समझ लिया हो, क्योंकि ग्राम पंचायत मे कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है और अधूरे पड़े निर्माण कार्य भी अब पूर्ण होते दिखाई नहीं दे रहे है। अब सवाल उठता है कि आख़िर ग्राम पंचायत मे विकास क्या हो रहा है यह तो सरपंच सचिव ही बता सकते है? या पंचायत भगवान भरोसे चल रही है।