सागर/ब्यूरो
मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के बयान पर पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी का पलटवार।
शासन- प्रशासन का दोहरा चहरा उजागर :सुरेन्द्र चौधरी
संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाही व पीड़ितों को न्याय दिलाने की उठाई मांग।
सागर जिले की सुरखी विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रैपुरा में अनूसूचित जाति वर्ग के गरीब परिवारों के मकानों को अवैध रूप से बुलडोजर चलाकर तोड़ने की कार्यवाही के तीन दिन बाद ग्राम रैपुरा पहुंचे मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह व कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी पर दिये गये व्यान पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि शुक्रवार को ग्राम रैपुरा के पीड़ित परिवारों से मंत्री गोविंद राजपूत द्वारा उनके मकानों को तोड़ने की कार्यवाही की जानकारी ना होने की बात करना मंत्री राजपूत व भाजपा सरकार के दोहरे चेहरे को उजागर करता है।
उन्होंने कहा कि मंत्री राजपूत पहले यह स्पष्ट करें कि ग्राम रैपुरा में अनुसूचित जाति वर्ग के पीड़ित परिवारों के मकानों पर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही पर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जी के ट्वीट को देखकर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा सोशल मीडिया पर बयान दिया गया था वह किसका बयान था।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों के बीच पहुँचकर उनकी व्यथा को सुनने तथा उन्हें न्याय दिलाने को लेकर धरने पर बैठने के बाद जिला प्रशासन ने अपनी गलती मानी हैं। चौधरी ने कहा कि मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत अगर न्याय हित में गरीबों के हितेषी है तो सम्पूर्ण प्रकरण के विभिन्न पहलुओं की सूक्ष्म व निष्पक्ष जांच तय समय सीमा में कराएं और दोषियों पर कठोर कानूनी कार्यवाही व प्रकरण दर्ज कराकर पीड़ितों को न्याय दिलाये अन्यथा कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन को वाध्य होगी जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व शासन- प्रशासन का होगा।