गौरझामर/गिरीश शर्मा
गौरझामर श्री गिरिजाशंकर धाम महादेव मंदिर हांता गुगवारा में आयोजित होने वाली श्री राम कथा के शुभारंभ के पहले विशाल कलश यात्रा निकाली गई गौरझामर संकट मोचन हनुमान मंदिर से कलश यात्रा का प्रारंभ किया जगह-जगह भव्य कलश यात्रा का स्वागत किया गाज बाजों के साथ बड़ी धूमधाम से हाथी रथ डीजे अखाड़े व बैंडबाजों के साथ यात्रा मुख्य मार्गो से होते हुए श्री गिरिजाशंकर धाम महादेव मंदिर हांता गुगवारा मंदिर कथा स्थान पर पहुंची और विधि विधान से कलश की पूजा की गई संगीतमयी श्रीरामकथा के पहले दिन श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ कथा के रसपान करने के लिए उमड़ी संगीतमयी रामकथा में वृंदावन धाम से मनुआबाबा पीठाधीश्वर श्री धर्मराज जी महाराज संत ने कहा कि जहां भगवान श्रीराम की कृपा होती है, उसी जगह रामकथा संभव हो पाती है। राम की कृपा वहीं होती है, जहां उनके भक्त रहते हैं। उन्हाेंने कहा कि प्रभु ने ही मानव शरीर बनाया है। लेकिन पुरुषार्थ मानव का धर्म है। बिना परिश्रम के कुछ भी मिलना असंभव है। रामकथा से हर जीव की व्यथा दूर हो जाती है। संसार के सभी जीवों का मंगल रामकथा के श्रवणपान से ही हो जाएगा। संतजी ने आगे कहा कि भगवान भक्ति के अधीन होते हैं। श्रद्धापूर्वक की गई भक्ति के आगे वह विवश रहते हैं। भगवान का सच्चा भक्त उन्हें जिस रूप में याद करता है, वह उसी रूप में दर्शन देते है श्री राम कथा का आयोजन समस्त ग्राम वासियों द्वारा किया जा रहा है