दलित महिलाओं ने कहा राशन मांगने पर दी जातीं है जातिसूचक गलियां
बिजावर/सुरेश रजक
बिजावर तहसील की पनागर ग्राम की दलित बस्ती के लगभग एक सैकड़ा ग्रामीणों ने राशन में गड़बड़ी पर कार्यवाही हेतु समाजिक कार्यकर्ता अमित भटनागर की उपस्थिति में जन विकास संगठन के बैनर तले बिजावर तहसीलदार संजय शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौपते समय बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं। आशा अहिरवार, जयंती अहिरवार, जशोदा बाई आदि दलित महिलाओं ने बताया कि जब हम राशन कम देने की शिकायत सेल्स मैन को करते हैं तो हमें जाती सूचक शब्द से अपमानित भी किया जाता है। ग्रामीणों का कहना था कि ऐसा एक या दो माह से नहीं बल्कि पिछले बहुत समय से चल रहा है, कई बार तो पूरे महीने का राशन ही गायब कर दिया जाता है, जिसमें नमक, तेल, चावल ज्यादातर मिलता ही नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता व जन विकास संगठन के सदस्य अमित भटनागर ने बिजावर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि बिजावर क्षेत्र में राशन में गड़बड़ी से जुड़ी काफी शिकायतें बढ़ती जा रही है, राशि के हिसाब से उतना बड़ा मामला न हो पर ये अति गरीब कमजोर तबको के जीवन से सीधा जुड़ा मामला है।
अमित का कहना था कि वो लगातार प्रशासन को ज्ञापन सौंप रहे है, बार-बार शिकायत कर रहे है कि सेवा सहकारी समितियों द्वारा उपभोक्ताओं को मशीन से निकलने बाली प्रिंटेड रशीद भी उपलब्ध नहीं कराई जाती है, जिसमें राशि और राशन सामग्री का स्पष्ट उल्लेख होता है जिस कारण लोगों को अपने साथ होने वाली लूट का स्पष्ट पता नहीं चल पाता है। अमित ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण हमने सांकेतिक प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा है, यदि शख्त कार्यवाही न हुई तो तीव्र प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपते समय राहुत अहिरवार, जशोदा अहिरवार, राजू अहिरवार, मथुरा, आशा बाई, महेश, परमलाल, बिनोद, जीतेन्द्र, कलिया, रन्नो बाई, शिशुपाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।