संतोष साहू,
ठाणे। भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक और भारत के सबसे बड़े बी2बी फार्मा मार्केटप्लेस रिटेलियो ने को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड की एक नई रेंज लॉन्च करने की घोषणा की है। ये बी2बी क्रेडिट कार्ड मुख्य रूप से मर्चेंट सेगमेंट में केमिस्ट और फार्मेसी के लिए बनाए गए हैं। ये बी2बी क्रेडिट कार्ड रिटेलियो के 1 लाख से भी अधिक मौजूदा ग्राहकों के साथ-साथ नए ग्राहकों के लिए भी उपलब्ध होंगे।
इस साझेदारी के द्वारा पहले चरण में 1.4 लाख से भी अधिक व्यापारियों को कवर किया जाएगा। इस बी2बी क्रेडिट कार्ड रेंज के जरिए दोनों भागीदारों की साख एवं शक्ति का लाभ उठाते हुए ग्राहकों को बेहतर मूल्य और अनुभव प्रदान किया जाएगा। एचडीएफसी बैंक के पास 6 करोड़ से अधिक क्रेडिट डेबिट और प्रीपेड कार्ड्स का आधार है और ये बैंक हर तरह के मार्केट सेगमेंट के अंदर ‘पेमेंट इकोसिस्टम’ में अग्रणी है। 1,000 से अधिक हेल्थकेयर एवं फार्मा कंपनी, 3000 फार्मास्युटिकल डिस्ट्रीब्यूटर, 1 लाख फार्मेसी, हॉस्पिटल्स तथा नर्सिंग होम के नेटवर्क के साथ रिटेलियो एक बड़े सेगमेंट में मौजूद है।
पराग राव (कंट्री हेड – पेमेंट बिजनेस, कंज्यूमर फाइनेंस, टेक्नोलॉजी एंड डिजिटल बैंकिंग, एचडीएफसी बैंक) ने कहा कि भारत के सबसे बड़े कार्ड जारीकर्ता के रूप में, हम कॉरपोरेट इंडिया में विभिन्न कंपनी के साथ सहयोग करके पेमेंट इकोसिस्टम को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी रणनीतिक साझेदारी में यात्रा, एफएमसीजी, आतिथ्य, दूरसंचार और फिनटेक जैसे क्षेत्र शामिल हैं। रिटेलियो के साथ साझेदारी करके हम रिटेलियो मर्चेंट नेटवर्क के भीतर रिटेल फार्मेसी, डिसटीब्यूटर्स और हॉस्पिटल्स के लिए अनुकूलित उत्पाद उपलब्ध कराने के साथ फार्मा क्षेत्र में इस सहयोग को आगे बढ़ाएंगे। हमारा उद्देश्य इस तरह के सहयोग के माध्यम से इको-सिस्टम को आगे बढ़ाने में मदद करना है और अंततः ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हर तरह की सुविधा प्रदान करना है।
एपीआई होल्डिंग्स के सह-संस्थापक हर्ष पारेख ने कहा कि रिटेलियो में हम हमेशा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में प्रयासरत हैं। इस महामारी के दौरान फार्मेसी इकोसिस्टम को छोड़कर, बाकी सभी इकोसिस्टम बहुत प्रभावित हुए हैं। उन्होंने जनता को दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एचडीएफसी बैंक के साथ यह को-ब्रांडेड पहल उनके महत्व को स्वीकार करने की दिशा में एक कदम है और हमारे भागीदारों के निरंतर विकास हेतु हमारी मुख्य पेशकशों में से एक है।
रोहित आनंद (हेड – फिनटेक – एपीआई होल्डिंग्स) ने बताया कि इस क्षेत्र में कार्यशील पूंजी की उपलब्धता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और यह सुनिश्चित करने के लिए हम अपने भागीदारों को लगातार विभिन्न समाधान प्रदान करना चाहते हैं। हमारे इकोसिस्टम पार्टनर अगले स्तर तक विकास कर सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए यह लॉन्च एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है। इस बीच हम लगातार इनोवेशन के माध्यम से उन्हें निरंतर विकास के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैया कराते रहेंगे।