जबलपुर/ब्यू्रो
कॉंग्रेस से राज्यसभा सांसद और म.प्र. उच्च न्यायालय के बरिष्ठ अधिवक्ता विवेक कृष्ण तन्खा जल्द ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं जिसके पीछे का कारण यह है कि कॉंग्रेस में उच्च स्तर पर वंशवाद की राजनीति कुछ दशकों से चली आ रही है जिसके खिलाफ विवेक तन्खा का तेवर रहा है।
ज्ञात हो कि विवेक कृष्ण तन्खा कांग्रेस के जी-23 के सदस्य हैं एवं जी-23 के सदस्य कांग्रेस की बागडोर गाँधी परिवार से अलग कर किसी अन्य सुयोग्य व्यक्ति को सौंपने के पक्षधर हैं इसी के चलते यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
जैसे ही यह खबर चर्चा में आई वैसे ही राजनैतिक बाज़ार गर्म हो गया एवं बयानबाजी का दौर शुरू हो गया जिसके चलते चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, G-23 के विवेक तन्खा की नाराजगी किसी से छुपी नहीं है। हम कभी किसी को पार्टी को छोड़ने के लिए प्रेरित नहीं करते हैं। अगर बीजेपी की कार्यशैली से आकर्षित होकर हमारे पास आता है, तो उसका हम दिल खोलकर स्वागत करते हैं। जिसे देश से प्यार है और जो देशभक्त है, वो बीजेपी में ही शामिल होगा।