एडिटर डेस्क
इस साल पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव तय समय पर ही होंगे। मतदाता सूची भी जारी हो चुकी है। सभी चुनावी राज्यों में सियासी हलचलें तेज हैं। सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश चुनाव की है। 403 विधानसभा सीट वाले इस प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक बयानबाजी से नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे। चुनावी वादों की भी बौछार होने लगी है। धरना-प्रदर्शन भी खूब होने लगे हैं।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को कहा कि आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने वाले राजनीतिक दलों को अपनी वेबसाइट पर इस तरह के व्यक्तियों का विवरण अनिवार्य रूप से अपलोड करना होगा। साथ ही उन्हें यह भी बताना होगा कि चुनाव के लिए उन्हें टिकट क्यों दिया गया।
सात चरणों में होंगे पांच राज्यों में चुनाव, उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान:
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान।
पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान।
10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी।
ये होंगी पाबंदियां:
डिजिटल, वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार करें चुनाव पार्टियां। 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी। नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी। घर-घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति। जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी।
अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं योगी:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। अब उनके सीट को लेकर जोरशोर से चर्चा चल रही है। मथुरा और गोरखुपर के बाद अब चर्चा है कि वह अयोध्या से चुनाव लड़ सकते हैं। इसी के साथ अब यहां मुख्यमंत्री और संगठन दोनों की टीमें सक्रिय भी हो गई हैं। कार्यकर्ताओं के मन की थाह लेने सीएम के सलाहकार संजीव सिंह बैठक कर रहे हैं, तो अयोध्या विधायक के बाद जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष भी लखनऊ जाकर सीएम को न्योता दे चुके हैं। चुनाव कार्यालय की तलाश और वोटर लिस्ट को अपडेट करने में खास लोगों की भूमिका साफ संकेत दे रही है कि योगी गोरखपुर या कहीं अन्य सीट से ज्यादा श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।