संतोष साहू,
मुम्बई। एक एक्टर की ज़िंदगी में समय-समय पर ऐसे रोल आते हैं, जो कुछ ज्यादा की मांग करते हैं। दृश्य की बारीकियों को समझने से लेकर किरदार में उतरने तक, एक एक्टर को हर सीन के साथ सही भावनाएं प्रदर्शित करने की जरूरत होती है। सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का पीरियड ड्रामा ‘पुण्यश्लोक अहिल्याबाई’, जिसमें अभिनेता गौरव अमलानी और ऐतशा संझगिरी ने खंडेराव और अहिल्याबाई होल्कर की महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, अपने किरदारों को पूरी शिद्दत से निभा रहे हैं।
इस समय जारी ट्रैक में मल्हार राव होल्कर ने अहिल्या को अपने दरबार में एक प्रतिष्ठित पद दिया है, जो उस समय पहली बार हुआ था। जहां अहिल्या के पति खंडेराव होल्कर ने हमेशा उनके नेक काम को सराहा है, वहीं इस बार भी वो अपने पिता द्वारा अहिल्या के लिए किए गए फैसले का समर्थन करेंगे। जैसे ही वो राज्य के महत्वपूर्ण मामलों में शामिल होने लगती है, उसके जीवन का यह नया अध्याय खंडेराव और उनके बीच मतभेद और मुद्दे पैदा करेगा। आगामी ट्रैक में दर्शक देखेंगे कि खंडेराव अक्सर दुविधा में होंगे क्योंकि अहिल्या दरबार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
एक्टर गौरव अमलानी, जिन्हें ‘खंडेराव होल्कर’ के अपने रोल के लिए काफी तारीफ़ें मिल रही है, इस ट्रैक के लिए अपनी तैयारी के बारे में बताते हैं कि खंडेराव के किरदार में बहुत-सी गुंजाइश और भावनाएं हैं। यह बड़ा सुंदर और अनोखा है, खासकर टेलीविजन के लिए। इस किरदार में कई परतें हैं, जो कहानी के हर नए चरण और अध्याय के साथ सामने आती हैं। वो महत्वाकांक्षी और इरादों का पक्का है, जिसके बारे में अंदाजा लगाना मुश्किल है। साथ ही वो बड़ा भावुक और रोमांटिक है। एक एक्टर के रूप में इसमें बहुत-से शेड्स हैं। मैं हर रोज उसके जरिए बहुत कुछ सीखता हूं। जहां वो खुश रहना और अहिल्या का साथ देना चाहते हैं, लेकिन हमेशा कुछ न कुछ ऐसा होता है, जो दोनों के बीच फूट का कारण बनता है। इस किरदार में जिस तरह की उलझने हैं, उसे समझना जरूरी है। इतना पेचीदा किरदार ही मुझे एक एक्टर के तौर पर मुकम्मल बनाता है। मैं कड़ी मेहनत करता हूं और हर दिन अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई, हर सोमवार से शुक्रवार, शाम 7:30 बजे सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर देखा जा सकता है।