विश्व में भगवान शिव का अद्भुत मंदिर पाकिस्तान: कटासराज जहां गिरा था भोलेनाथ का एक आंसू, जिसे कहते शिव कुंड
पंकज पाराशर/ छतरपुर
एक आंसू कटास पर टपका जहां अमृत बन गया l यह आज भी महान सरोवर अमृत कुंड तीर्थ स्थान पाकिस्तान में कटासराज के रूप में है, दूसरा आंसू राजस्थान के अजमेर में और पुष्कर में टपका था l
कटासराज, पाकिस्तान स्थित भगवान शिव का सबसे प्राचीन मंदिर है पाकिस्तान में भी एक शिव मंदिर है और इस शिव मंदिर को शिव नेत्र के तौर पर जाना जाता है, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में यह मंदिर है और इसे कटासराज मंदिर के तौर पर जानते हैं, कटासराज, पाकिस्तान स्थित भगवान शिव का सबसे प्राचीन मंदिर है, इस मंदिर का जिक्र महाभारत काल में भी मिलता है, हिंदू धर्म में इस मंदिर को बहुत पवित्र माना जाता है l
अमृत बना भगवान का आंसू
कटासराज मंदिर पंजाब प्रांत के उत्तर में स्थित नमककोह की पहाड़ियों में स्थित है और हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है, यहां एक प्राचीन शिव मंदिर के अलावा कुछ और भी मंदिर भी हैं, कहते हैं कि ये सभी मंदिर 10वीं सदी के हैं, इतिहासकारों एवं पुरात्तव विभाग के अनुसार, इस जगह को शिव नेत्र माना जाता है, इतिहासकारों के मुताबिक जब माता सती ने खुद के प्राणों की आहुति दी थी तो भगवान शिव की आंखों से दो आंसू टपके थे, हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक एक आंसू कटास पर टपका जहां अमृत बन गया l यह आज भी महान सरोवर अमृत कुंड तीर्थ स्थान कटासराज के रूप में है। बताया जाता है कि दूसरा आंसू राजस्थान के अजमेर में और पुष्कर में टपका था l
पांडवों के वनवास से जुड़ी कहानी
महाभारत में पांडव वनवास के दिनों में इन्ही पहाड़ियों में अज्ञातवास में रहे थे , जब पांडव अज्ञातवास के रास्ते पर थे तो उन्हें प्यास लगी और वे पानी की खोज में यहां तक पहुंचे थे l