500 वर्ग फीट तक की संपत्ति कर में छूट की मांग करते हुए भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने कहा कि राज्य की जनता के साथ दोहरा मापदंड और भेदभाव क्यों
प्रमोद कुमार
कल्याण :- राज्यभर में 500 वर्ग फीट तक की संपत्ति कर में छूट की मांग करते हुए कल्याण के भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने कहा कि राज्य की जनता के साथ दोहरा मापदंड और भेदभाव क्यों? संपत्ति कर में छूट ना केवल मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई बल्कि पूरे राज्य में लागू की जानी चाहिए। खासकर कल्याण-डोंबिवली एवं उल्हासनगर में छोटे घरों में रहने वाले आम नागरिकों की संख्या सर्वाधिक है ऐसे में उन्हें संपत्ति कर का लाभ मिलना चाहिए। बतादें कि राज्य सरकार ने मुंबई के बाद, ठाणे में भी 500 वर्ग फीट तक के घरों को संपत्ति कर में छूट देने का प्रस्ताव पास किया गया है। विधायक गायकवाड ने कहा कि कल्याण-डोंबिवली और उल्हासनगर में मध्यम वर्ग के नागरिक रहते हैं। उनका घर भी छोटा है। इन लोगों को भी कोरोना काल में सबसे अधिक आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है इसलिए उन्हें भी इसका लाभ मिलना चाहिए। विधायक गणपत गायकवाड ने कहा कि राज्य की • जनता दो साल से आर्थिक संकट से जूझ रही है। इसलिए उनकी आर्थिक परिस्थिति को देखते हुए मुंबई की तर्ज पर कल्याण और उल्हासनगर में 500 वर्ग फुट तक की मकानों के लिए संपत्ति कर में छूट लागू की जानी चाहिए। उन्होंने साल 2020 में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे से मांग कर यह बात उठाई थी।
समान न्याय की आवश्यकता :- विधायक गायकवाड
मुंबई में छोटे घरों में रहने वाले नागरिकों को संपत्ति कर में छूट दी जाएगी एवं अन्य शहरों के नागरिक संपत्ति कर का भुगतान करेंगे। यह विरोधाभास है। महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में सभी नागरिकों को समान न्याय की आवश्यकता है।