बिजावर/शमीम खान
जनपद पचंयात बिजावर में,मनरेगा के तहत हो रहें कार्यों में ग्राम पंचायतो ने सभी कार्य मशीनों से करवाये है,फर्जी मस्टर भरके पैसा सरपंच सचिव ने डकार लिया,इसी भरष्टाचार को छुपाने के लिए ग्राम पंचायत डिलारी,शाहगड के सचिव द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जानकारी देने से मना कर दिया, बिजावर सीईओ अखिलेश उपाध्याय को इसकी जानकारी दी गई थी फिर भी आज तक सचिव के द्वारा कोई जानकारी नहीं प्राप्त करवाई गईं।
इससे साफ पता चलता है कि मनरेगा में मिली भगत से बहुत बड़ा घोटाला हुआ है,इसी डर से सचिव सूचना के अधिकार की धज्जियां उड़ा रहा है,डिलारी पचंयात में बड़ी तादाद में आदिवासी रहते जो बहुत ही गरीबी में जीवन यापन करते हैं,सचिव ने किसी भी आदिवासी को काम नही दिया मनरेगा से होने वाले सभी कार्य मशीनों से करवाये है,इससे बहां के अधिकतर लोग पलायन को मजबूर है, डिलारी पचंयात के कामों की जांच अगर उच्च अधिकारियों से करवाई जायें तो निश्चित रूप से सरपंच सचिव कटघरे में होंगे।