संतोष साहू/महाराष्ट्र
मुम्बई : प्रज्ञाचक्षुओ के प्रांगण में दशहरा (विजयादशमी) के शुभ अवसर पर नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इंडिया मुंबई के प्रांगण में राम नाम की गंगा लगातार 28 घंटे तक बहती रही। इस अवसर पर रामचरितमानस रामायण का अखंड पाठ 15 अक्टूबर शुक्रवार को शुरू होकर 16 अक्टूबर शनिवार को सायं काल तक लगातार 24 घंटे चला। इसके उपरांत दृष्टिबाधितों ने भजन की ऐसी झड़ी लगाई जिससे दर्शकों का मन मोह लिया अखंड रामायण पाठ को चार चांद लगाने के लिए नैब इंडिया की ब्रेल प्रेस में मुद्रीत ब्रेल लिपि में नौ खंडों में रामचरितमानस के नौहान परायण की ब्रेल प्रतिलिपि का विमोचन भाजपा के बांद्रा के विधायक आशीष शेलार के कर कमलों से संस्था के अध्यक्ष हेमंत टकले एवं अन्य महत्वपूर्ण अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। इस कार्यक्रम में देश के कई राज्यों से रामचरितमानस पढ़ने वाले दृष्टिबाधित प्रज्ञाचक्षु भक्तजन आए जिनमें साधु सिंह, बंशीलाल, मनोज मोदी, अच्छे लाल एवं ताजवार सिंह ने मुंबई से रामायण पढ़ने एवं ढोलक और हारमोनियम पर हरेंद्र मलिक ने सहभागिता निभाई। इस कार्यक्रम का लगातार 24 घंटे तक ऑनलाइन यूट्यूब लाइव एवं जूम कॉन्फ्रेंस पर प्रसारण हुआ जिसका फेसबुक पर भी लाइव टेलीकास्ट किया गया।
कार्यक्रम का समापन शनिवार शाम 4:00 बजे नैब इंडिया को भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की तरफ से प्राप्त हुई नई ब्रेलो 650 मशीन के उद्घाटन से हुआ। इसके उपरांत सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम के अनूठे संगम के समापन कार्यक्रम में सुनील पाल (हास्य कलाकार), अजय नागपाल, राजेश मखीजा, श्रीमती अब्राहम जॉन, कृष्णा चौहान (फिल्म डायरेक्टर), श्रीमती कुसुम राव सहित कई गणमान्य नागरिकों एवं अतिथियों के बीच दृष्टिबाधितों को स्मृति चिह्न एवं भेंट दिए गए। इस कार्यक्रम से भारतीय संस्कृति एवं विरासत के दूत के रूप में दृष्टिबाधित ओ की छवि को जोड़ने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के मानद सचिव डॉ विमल कुमार डेंगला एवं श्रीमती पल्लवी कदम द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य सहयोगी पर्वत सिंह, मयंक शेखर, विजय नवाले एवं हरेंद्र मलिक सहित नैब परिवार के कई कार्यकर्त्ता थे।
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