जबलपुर/ ब्यूरो
पाटन विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ग्रामों से निकली बरगी बाँध नहर का पानी मात्र कागजों पर ही बह रहा है प्राप्त सूत्रों के अनुसार नहरें आज भी सूनी पड़ी हुई हैं जहां इस मौसम में भी पानी नही आ रहा है, किसानों के अनुसार कि हमारी जमीन तो नहर के नाम पर ले ली गई है किंतु पानी का आलम यह है कि नहर में धूल उड़ती देखी जा सकती है बांध से पानी तो छोड़ा जाता है किंतु वह पानी केवल कागजों पर दौड़ता रहता है लेकिन किसान के खेतों तक नही पहुंचता है केवल कागजी कार्यवाही चलती रहती है।
गैरतलब है कि चालू बर्ष में बारिश सामान्य से कम ही हुई है और पाटन क्षेत्र की मुख्य फसल धान पूरी तरह पानी पर ही आधारित होती है किंतु भगवान की मार झेल रहे किसान साथ ही नहर के पानी की मार झेलने को मजबूर हैं जिसका मुख्य श्रेय जाता है प्रशासन को, जो किसानों की समस्याओं से रूबरू नही हो रहे हैं आज किसान खड़ी धान में ट्रैक्टर और रोटावेटर चलाने पर मजबूर हो रहे हैं दो साल से कोरोना की मार झेलते झेलते आर्थिक स्थिति कमजोर पड़ गई ऐसे में खेती किसानी के क्षेत्र में किसान प्रशासन की चूक के कारण घाटा सहने को मजबूर हो रहे हैं और कोई भी राजनेता या प्रशासनिक अधिकारी इस ओर अपना ध्यान केंद्रित नही कर रहा है।