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May 4, 2024
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उत्तरप्रदेश

डिस्टिब्यूटरों की मनमानी से आसमान छूती गुटखों की कीमत

फ़रीद अंसारी / उत्तर प्रदेश
स्योहारा : एक ज़माना था जब टीवी पर ऐड सुनते थे। , खाओ गगन रहो मगन , लेकिन यह गगन अगर हेल्थ के लिए अच्छा बताया जाता था तो आज का गगन हेल्थ खराब करने वाला नम्बर एक प्रोडक्ट बन चुका है जी हां हम बात कर रहे है वर्षों पहले हेल्थ के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले गगन घी की , ओर आज के ज़माने में उसी मशहूर घी के नाम से बिकने वाले ज़िन्दगी में ज़हर घोलने वाले ना जाने कितने लोगों और युवाओं को जानलेवा बीमारी केंसर करने वाले गगन गुटखे की जो आज अपने प्रिंट रेट से भी ऊपर उठकर मेंहगी कीमत पर बिक रहा है यानी 4 रुपए का रेट वाला गगन गुटखा अपनी कीमत का 50 प्रतिशत मेंहगी कीमत पर बिक रहा है और युवा इस ज़हर को 4 रुपए की बजाए 6 रुपए में खरीद कर अपनी ज़िंदगी मे धीरे धीरे ज़हर घोल कर खुद को मौत के मुंह मे धकेल रहे हैं , बात यहीं तक खत्म नही होती है गगन की यह छवि बनाने में किसी ओर का हाथ नही है बल्कि गगन डिस्टिब्यूटरों का है जो यह ज़ाहिर करते है कि गगन की मांग इतनी बढ़ चुकी है कि ऊपर से माल नही मिल पा रहा है इस लिए उनको खुद मेंहगी कीमत पर गंगन गुटखा उस को पसन्द करने वाले युवाओं के लिए लाना पड़ रहा है , अर्थात मेंहगा आने वाला गंगन बाज़ार में मंहगा बेचना मजबूरी है , लेकिन ऐसा कुछ नही है पूरे क्षेत्र में यह शार्ट बस स्योहारा या आस पास के गांव में ही ज़ाहिर की जाती है वरना चाहें जहां चले जाओ यहीं गंगन गुटखा।


मात्र 4 रुपए का ओर साथ मे मिलने वाली सामग्री के पैकेट के साथ मात्र 5 रुपए में मिल जाता है , अब आप ही सोचो एक तो युवाओं को यह थाली में रख कर ज़हर परोस रहें है ऊपर से यह ज़हर कीमत से अधिक मूल्य पर
युवाओं को दिया जा रहा है , सवाल यह उठता है कि पहले तो डिस्टिब्यूटर यह बोल देते थे कि लोकडाउन की वजह से यह शार्ट होने के कारण मेहगा बेचा जा रहा है परन्तु अब तो न लोकडाउन है न कोई अन्य कारण फिर क्यों
सिर्फ गगन ही मेंहगी कीमत पर खरीदें ।


क्या यह गगन डिस्टिब्यूटरों की साज़िश तो नही
है , खेर कारण जो भी हो अफसोस इस बात का है कि यदि इन डिस्टिब्यूटरों ने निर्धारित कीमत पर गगन नही बेचा ओर मूल्य से अधिक कीमत पर बेचा तो वो दिन दूर नही जब युवाओं को गगन खाने के लिए चोरी आदि करने को मजबूर होना पड़ सकता है कारण उस धीमे ज़हर को खाने वाले उस को किसी भी कीमत पर लैने को मजबूर रहते है इस का उदाहरण है पिछले लोकडाउन में इन डिस्टिब्यूटरों ने एक अदद गगन की 25 रुपये तक की कीमत वसूली है उस के अलावा अब यह अपने दुकान दारों को एक गगन का पैक 150 रुपए में बेच रहे है।

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