. अधिकारी दिखा रहे पीएचक्यू के आदेश को ठेंगा
. नियमों की आड़ में ट्रांसफर नीति हुई फेल
जबलपुर / ब्यूरो
पुलिस कर्मी एवं अधिकारी गृह मंत्रालय की नीतियों को ठेंगा दिखा रहे है। कुछ समय पूर्व ही पुलिस मुख्यालय द्वारा आदेश जारी किया गया था कि जितने पुलिस कर्मी एवं अधिकारी तीन वर्ष से ज्यादा एक ही जगह पर अपनी सेवाएं दे रहे है उनके स्थानांतरण किए जाएं एवं उनकी अटेचमेंट अवधि को भी उनके कार्यकाल में सुमार किया जाएगा। किन्तु आज दिनांक तक उस पर अमल नही हो पाया है अब इसका कारण जो भी हो, या तो शायद डॉयल100 पर घूमते-घूमते पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को क्षेत्र का अच्छा ज्ञान है शायद इसी वजह से उन पुलिस कर्मियों को किसी न किसी बहाने किसी न किसी नियम का हवाला दे कर उनको यहां से जाने नहीं दिया जाता है।
हालाकि पूर्व में इस मामले को बरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संज्ञान में लिया गया था और उनका अटेचमेंट निरस्त कर पुनः वापिस भेज दिया गया था किन्तु आला अधिकारी के जाते ही उनकी व्यवस्था यथावत कर दी गई और कुछ प्रशिक्षु बन कर आये और फिर उसी जगह चार चार बर्षों से जमे हुए हैं, शायद उक्त संबंध की जानकारी अभी वरिष्ठ अधिकारियों को प्राप्त नहीं है।
इस बात को ले कर लोगों में असंतोष फैला हुआ है। ऐसा ही माहौल सारे जिले में बना हुआ है जहां आला अधिकारियों की कृपा दृष्टि के कारण स्टॉफ चार पाँच बर्षों से एक जगह डटे हुए हैं। चाहे पाटन हो या शहपुरा या फिर जिले में कहीं भी, हर जगह जिले में यही हाल है।