द्वारकामाई चैरिटी संस्था के माध्यम से मदद कार्यों में निभाई अहम् भूमिका
जीतेन्द्र शर्मा/महाराष्ट्र
मुंबई : कोरोना संकट एवं लोक डाउन के दौरान हर किसी का कहीं न कहीं अच्छे बुरे लोगों से सामना हुआ ही होगा और इसी दौरान कई ऐसे फ़रिश्ते भी मिले होंगे जिन्होंने गरीब, बेसहारा, मजदुर आदि जरुरतमंदों के लिए अपने घर की तिजोरी खोल दी होगी और अपना सर्वस्व लोगों की सेवा में न्योछावर कर दिया होगा. इन्ही में से एक है मुंबई के सुविख्यात द्वारकामाई चैरिटी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सेंसर बोर्ड (भारत सरकार) के सदस्य गौरीशंकर चौबे. जिन्होंने अपने कर्तुत्व से लोगों का दिल जीत लिया और मुंबई में कोरोना संकट काल के दौरान वह एक मसीहा बन कर उभरे. जैसे एक्टर सोनू सूद अपने मदद कार्यों को लेकर मीडिया पर छाए हुए थे, उसी तरह गौरीशंकर चौबे भी जमीनी स्तर पर सामाजिक कार्यों के चलते मीडिया एवं सोशल मीडिया में बने हुए थे.
कल १२ अगस्त को उनका जन्मदिवस है जिसके उपलक्ष्य में मुंबई के अलग-अलग जगहों पर भव्य रूप से उनका जन्मदिन मनाया जाएगा. संस्था के पदाधिकारी एक हप्ते पहले से इसकी तैयारियों में जुटे हुए है. इस दिन को यादगार बनाने और संस्था की विचारधारा, समाजसेवा आदि कार्यों से अवगत कराने के लिए इस दिन को चुना गया है. संस्था के मुंबई अध्यक्ष जीतेन्द्र शर्मा ने बताया कि उनके जन्मदिन समारोह की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. हम सभी उत्सुकता से कल के शुभ दिन का इंतजार कर रहे है. गौरीशंकर जी तन-मन-धन से समाजसेवा के प्रति समर्पित है इसलिए ऐसे विराट व्यक्तित्व का सार्वजनिक सम्मान किया जाना चाहिए.
बता दे कि कोरोना काल के दौरान जिस किसी को मदद की जरुरत होती थी उसे तत्काल राहत देने के लिए द्वारकामाई संस्था सबसे अग्रणी रही. गौरीशंकर चौबे जी ने अपने सभी पदाधिकारियों को यह निर्देश पहले ही दे दिया था कि कोई व्यक्ति भूखा न सोने पाए, पैसे के अभाव में किसी मरीज का इलाज नहीं रुकना चाहिए, कोरोना को लेकर सतत जागरूकता अभियान चलाया जाये, इसी तरह के अनेक कार्यक्रम का सफल संचालन चौबे जी के नेतृत्व में किया गया.