छतरपुर की पहचान देश एवं विदेश में हो: कलेक्टर
फर्नीचर कलस्टर के लिए 73 एकड़ भूमि पठापुर में आरक्षित
फर्नीचर कलस्टर के उद्योगपतियों सेे चर्चा
छतरपुर / मोहम्मद साजिद
कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने कहा है कि छतरपुर जिले की पहचान देश एवं विदेश में हो इस भावना से आगे आकर कार्य करें। कलेक्टर श्री सिंह ने मंगलवार को फर्नीचर कलस्टर क्षेत्र के उद्योगपतियों से चर्चा करते हुए कहा कि 73 एकड़ भूमि पठापुर में आरक्षित की गई है। बैठक में फर्नीचर उद्योग से जुड़े व्यवसायियों के प्रतिनिधियों तथा महाप्रबंधक उद्योग आशुुतोष गुप्ता भी उपस्थित थे। उद्योगपतियों द्वारा आगामी 10 दिवसों में एसपीवी से संबंधित जानकरी देने की सहमति दी गई।
बैठक में कलेक्टर द्वारा औद्योगिक एवं अधोसंरचना विकास पर चर्चा की गई, जिसमें अवगत कराया गया कि जिले में सड़क परिवहन, रेल परिवहन एवं वायु सेवा उपलब्ध है। उद्योग हेतु कच्चे माल के लिए यहां कई तरह के खनिज संसाधन, कृषि उपज, वनोपज उपलब्ध है। छतरपुर के चारों ओर नेशनल हाईवे नेटवर्क भी उपलब्ध है जो सागर, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर तथा उत्तरप्रदेश के कई प्रमुख शहरों से जुड़े हैं।
जिले में सोलर एनर्जी आधारित दो पावर प्लांट शीघ्र शुरू हो रहे हैं। हमें अपनी मानसिकता बदलने की आवश्यकता है।
पर्यटक के क्षेत्र में जिले का इतिहास समृद्धशाली रहा है जिसमें खजुराहो, जटाशंकर, भीमकुण्ड, नैनागिरी एवं धुबेला जैसे ऐसिहासिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं, जो देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
उद्योगपतियों द्वारा कलस्टर विकास हेतु रूचि दिखाई गई एवं प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने हेतु सहमति जताई गई।