पाटन/संवाददाता
.मेट्रो बस चालकों और प्राइवेट बस संचालकों के बीच हुआ विवाद
. जबलपुर सागर स्टेट हाइवे पर हुआ तीन घंटे चक्का जाम
जबलपुर मेट्रो बस सर्विस और प्राइवेट बस संचालकों के मध्य जम कर विवाद जिसका खामियाजा आम लोगों को लगभग तीन घंटे बारिश में खड़े रह कर भुगतना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मेट्रो बस सर्विस जबलपुर द्वारा लगभग 8 मेट्रो बस प्रतिदिन तीन-तीन चक्कर पाटन जबलपुर चलाईं जा रही हैं जिससे प्राईवेट बसों का सारा धंधा चौपट हो गया है एवं प्राइवेट बसों से शासन द्वारा टैक्स भी लिया जा रहा है तथा आरटीओ द्वारा समय सारिणी भी तय की गई है, किंतु यह नियम केवल प्राईवेट बस संचालकों के लिए ही बनाये गए हैं जिनका मेट्रो बसों का कोई सरोकार नही है न ही इनका कोई समय निर्धारण किया गया है और न ही किराया, मेट्रो बस द्वारा यात्रियों से बहुत ही कम किराया लिया जा रहा है जिससे अक्सर प्राईवेट बस खाली ही जबलपुर पहुंचती है और मेट्रो को रेलवे स्टेशन तक जाने की अनुमति है किंतु अन्य बस केवल दीनदयाल उपाध्याय बस अड्डे तक ही जाएंगी, इतने सभी कारणों के कारण ही विवाद बना हुआ है जो प्राईवेट बस संचालकों के लिए मुसीबत का कारण बना हुआ है।
गैरतलब है कि जब शासन द्वारा प्राइवेट बस संचालकों से भारी भरकम टैक्स लिया जाता है तो मेट्रो के लिए भी समय सारिणी एवं बराबर यात्री किराया होना चाहिए ताकि इस प्रकार के विवाद जन्म न ले सकें एवं आम आदमी को इसका खामियाजा भुगतना न पड़ें।