जबलपुर / ब्यूरो
जबलपुर लोकायुक्त ने गोरखपुर अनुविभागीय कार्यालय में दबिश देते हुए भवन नामांतरण के नाम पर 2000 रुपए की रिश्वत लेने वाले तहसीलदार की रीडर को रंगे हाथ पकड़ा है जबलपुर टीम को शिकायतकर्ता उत्कर्ष उपाध्याय ने शिकायत दी थी कि नामांतरण कार्य के लिए तहसीलदार की रीडर द्वारा उससे रिश्वत मांगी गई है
जिस पर लोकायुक्त द्वारा गुरुवार देर शाम गोरखपुर तहसील कार्यालय में दबिश दी गई और शोभा गुप्ता और प्राइवेट कर्मचारी किशन श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है इन्होंने जमीन नामांतरण के लिए उत्कर्ष उपाध्याय से दो हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी जिसके बाद उत्कर्ष उपाध्याय ने इस बात की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त टीम को दी थी जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने दबिश देते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं मामले में लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि शोभा गुप्ता और प्राइवेट कर्मचारी किशन श्रीवास्तव ने जमीन नामांतरण के नाम पर उत्कर्ष उपाध्याय नामक व्यक्ति से 2 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी जिसकी शिकायत उत्कर्ष उपाध्याय ने लोकायुक्त टीम को दी थी जिसके बाद लोकायुक्त विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए शोभा गुप्ता और किशन गुप्ता को गिरफ्तार किया है।