बक्स्वाहा जंगल बचाने निकली साईकिल यात्रा को मिल रहा भारी जनसमर्थन
जंगल बचाने, वृक्षारोपण, शैलचित्रों को विश्व धरोहर घोषित करने के नारे के साथ रैली व नुक्कड़ सभा की जा रही
पूर्व राष्ट्रपति कलाम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की
बिजावर / सुरेश रजक
बक्सवाहा के जंगल को कटने से बचाने व बक्सवाहा के जंगलों में मिले पाषाण कालीन शैल चित्रो को तुरंत संरक्षित कर इन्हें विश्व स्मारक घोषित कराने के लिए लिए बक्स्वाहा जंगल बचाओ आंदोलन के बैनर तले छतरपुर से बक्स्वाहा हीरा खनन प्रभावित गांवों के लिए पांच दिवसीय साईकिल यात्रा निकाली जा रही है। अमित भटनागर के नेतृत्व व शरद सिंह कुमरे के मार्गदर्शन में 26 जुलाई से 30 जुलाई तक निकाली जा रही यह साईकिल यात्रा आज दूसरे दिन ल 27 जुलाई को अमरपुरा से डाई, बॉक्सोई होते हुए बिजावर पहुँची जहाँ चन्द्रलोक मैरिज हाऊस में बैठक की गयी, बैठक की शुरुवात पूर्व राष्ट्रपति एपीजी अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कर की। बैठक में वरिष्ठ अधिवक्ता एम.एस. खरे, राहुल दुवे, अमर घनघोरिया, राहुल अहिरवार,अशोक अहिरवार, अर्जुन वर्मा आदि ने जंगल काटने का विरोध करते हुए अपने विचार रखें।
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बिजावर से यात्रा अंधियारा रानीताल पहुंची जहां छांज, कंजरा होते हुए यात्रा भीम कुंड में रात्रि विश्राम करेगी। साइकिल यात्रा के दौरान बीच में पड़ने वाले गांव और पुरवा में जंगल बचाने, वृक्षारोपण, शैलचित्रों को विश्व धरोहर घोषित करने के नारे के साथ रैली व नुक्कड़ सभा की जा रही है, जिन्हें भारी जन समर्थन मिल रहा है यात्रा के नेतृत्वकर्ता व जंगल बचाओ आंदोलन के प्रवक्ता अमित भटनागर का कहना है कि जिले के लोगों में बक्सवाहा के समृद्ध जंगल को हीरे के लिए काटे जाने पर काफी आक्रोश है, लोगों का साफ कहना है कि उन्हें हीरा नहीं हरियाली चाहिए, हीरा की जरूरत उन्हें नहीं है। छतरपुर जिला सहित पूरा बुंदेलखंड क्षेत्र कम वर्षा वाला क्षेत्र है, इस पर भी अगर जंगल काटे गए तो हमारे सामने जल का संकट और ज्यादा गंभीर हो जाएगा।
अमित भटनागर के नेतृत्व व शरद सिंह कुमरे के मार्गदर्शन में निकाली जा रही साईकिल यात्रा में बिहार से पर्यावरण बचाओ अभियान के कोर कमेटी सदस्य चंदन यादव, जबलपुर के नीसू मालवीय एवं बकस्वाहा जंगल बचाओ आंदोलन छतरपुर के प्रमुख सदस्य बहादुर आदिवासी, भगतराम तिवारी, अलकेश आदिवासी, हिसबी राजपूत, बब्लू कुशवाहा, बालादीन पटेल, देवीदीन कुशवाह, देशराज आदिवासी, जगदीश कुशवाह, दुलीचंद आदिवासी, रवि आदिवासी, राहुल अहिरवार, फूलचंद आदिवासी सहित दो दर्जन साईकिल यात्री सहभागी है।