महाराष्ट्र : विधानसभा चुनाव की सर्द गर्मियां हुई तेज। सभी नेता अपनी अपनी जनसभाओं में विपक्षियों पर जमकर कर रहे प्रहार।
कुडाल विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार सभा के दौरान उद्धव ठाकरे पर नारायण राणे ने सीधे तौर पर दिया विवादित बयान। नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि आज अगर बाला साहेब ठाकरे होते तो उद्धव ठाकरे को गोली मार देते।
13 नवंबर को एक सोसायटी में दिवाली के दिन कंडील लगाने पर कुछ लोगों ने विरोध जताया। इसे लेकर शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे ने कहा, बकरीद नहीं तो दिवाली भी नहीं। अगर आज बाला साहेब ठाकरे जिंदा होते तो इस बात पर उद्धव को गोली मार देते।
आगे बीजेपी नेता नारायण राणे ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे का व्यवहार परिवार की गरिमा के मुताबिक नहीं है। उद्धव हिंदुत्व से समझौता करके मुख्यमंत्री बने थे। अपने ढाई साल के कार्यकाल में उद्धव ने सिर्फ दो दिन काम किया और एक बार फिर वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। महाराष्ट्र में ऐसे लोगों को सत्ता कौन देगा?’
उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी इस बात को लेकर बयान दिया कि ऐसे गंदे विचार उनके दिमाग में ही आ सकते हैं। इससे पता चलता है कि उनकी सोच कैसी है। महाविकास अघाड़ी के कई नेताओं ने नारायण राणे के इस बयान की निंदा की। साथ ही, बीजेपी से उन पर रोक लगाने की मांग की।
वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत ‘एक हैं, तो सेफ हैं’ के नए नारे के साथ की। उनका यह आह्वान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ के कुछ दिनों के बाद ही आया है।
पीएम मोदी ने इस दौरान महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगियों को चुनौती दी कि वह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से 15 मिनट के लिए हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की प्रशंसा में बुलवाकर दिखाएं। दिन में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाने की ‘विभाजनकारी’ राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के दिनों से ही पार्टी आरक्षण की विरोधी रही है।
@राकेश चौबे (बेखौफ भारतीय),महाराष्ट्र